देश में चौथी वैक्सीन माडर्ना को मिली मंजूरी, आपात स्थिति में होगा इस्तेमाल
भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआइ) ने मुंबई की दवा कंपनी सिप्ला को आज आपातस्थिति में माडर्ना (Moderna) की वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. इस टीके का इस्तेमाल शुरू करने से पहले प्रथम 100 लाभार्थियों में किए गए टीके का सुरक्षा आकलन कंपनी को सौंपना होगा. यह देश में कोरोना से बचाव के लिए चौथी वैक्सीन होगी.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सिप्ला औऱ मॉडर्ना वैक्सीन के आयात के लिए DCGA (ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया) की मंजूरी मिल गई है. सरकार जल्द ही इस बारे में घोषणा करेगी. आपको बता दें भारत में अब कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पुतनिक के बाद माडर्ना की वैक्सीन उपलब्ध होने वाली है.
27 जून को माडर्ना ने एक पत्र लिखकर डीसीजीआइ से कहा है कि अमेरिकी सरकार कोवैक्स के जरिये भारत सरकार को कोरोना टीके की एक विशेष संख्या में खुराक देने के लिए तैयार हैं. अमेरिका की सरकार ने इसके लिए केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) से मंजूरी मांगी थी. आपको बता दें कि सिप्ला कंपनी ने कल अमरिकी फार्मा कंपनी द्वारा इन वैक्सीनों के आयात और विपणन की अनुमति देने के लिए औषधि नियामक से आग्रह किया था.
गौरतलब है कि फाइजर की तरह मॉडर्ना एक एमआरएनए वैक्सीन है. इस टीके को मैसेंजर आरएनए कहा जाता है. क्योंकि इसमें अनुवांशिक सामग्री के टुकड़े होते हैं. आपको बता दें कि मॉडर्ना वैक्सीन की कोशिकाओं को अस्थायी निर्देश देकर कोरोना स्पाइक प्रोटीन बनाने का काम करती है.
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