लोकसभा में राहुल गांधी किस बात पर हुए आक्रामक ? सड़कों पर निकले कांग्रेस कार्यकर्ता
शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्ष की तरफ से पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और वर्तमान में वायनाड़ से सांसद राहुल गांधी लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर हमलावर हो गए थे। संसद में कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा, “हमें लखीमपुर खीरी में हुई हत्या के बारे में बोलने की अनुमति मिलनी चाहिए। जिस घटना में मंत्री की संलिप्तता थी और जिसके बारे में कहा गया है कि यह हादसा नहीं बल्कि एक साजिश थी। किसानों की हत्या करने वाले मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और उन्हें सजा मिलनी चाहिए।”
अपने नेता राहुल गांधी के इस आक्रामक रवैए को देख लखनऊ में सड़कों विरोध करने उतर गए कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की अगुवाई में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जीपीओ गांधी प्रतिमा से लेकर विधानसभा तक मार्च निकाला। अजय कुमार लल्लू ने कहा कि जब तक अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त नहीं किया जाएगा।
इस मुद्दे को बाहर भी(सड़क पर) उठाएंगे और विधानसभा में भी उठाएंगे। इस लड़ाई को मज़बूती से अंजाम तक पहुंचाएंगे, परंतु उत्तर प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस के केवल 7 विधायक ही हैं। जिससे विधानसभा में 303 विधायक वाली विशाल भाजपा को तनिक भी परेशानी नहीं होगी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मांगा इस्तीफा:
इसके अलावा कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने अजय मिश्रा ABP न्यूज के एक पत्रकार से बदसलूकी करने को लेकर कहा कि अजय कुमार टेनी को जवाब नहीं देना था तो वह चुप रह सकते थे। लेकिन एक मंत्री का किसी को डराना-धमकाना शोभा नहीं देता। SIT की रिपोर्ट आने के बाद उन्हें खुद इस्तीफा देना चहिए था उसके लिए हमारा प्रदर्शन करना, मामले को सदन में उठाना ऐसा नहीं करने देना था। दरअसल बुधवार को खीरी में एक ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन करने के बाद एक पत्रकार ने जब अजय मिश्रा से उनके बेटे आशीष मिश्रा और SIT रिपोर्ट पर सवाल किया तो वो भड़क गये।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बेवकूफी के सवाल मत करो, दिमाग खराब है क्या बे? वहीं लोगों ने उनको समझाने की कोशिश की तो वह पास में एक खड़े एक और पत्रकार का मोबाइल पकड़कर गुस्से में बोले, बंद करो इसे। आपको बताते चलते है कि लखीमपुर खीरी में किसानों संग हुई हिंसा मामले की जांच कर रही एसआईटी की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि यह हादसा नहीं है, बल्कि किसानों पर गाड़ी इरादतन चढ़ाई गई थी। इस रिपोर्ट के बाद से ही विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार को घेरना शुरू कर दिया है और केंद्रीय मंत्री मिश्रा के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
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