Paytm के फाउंडर विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) को 22 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था और बाद में अरबिंदो मार्ग पर दक्षिण दिल्ली के पुलिस उपायुक्त की कार में अपने वाहन को कथित रूप से टक्कर मारने के बाद उन्हें जमानत दे दी गई.
विजय शेखर शर्मा कथित तौर पर अपनी जगुआर लैंड रोवर कार में तेज गति से जा रहे थे जब उन्होंने दिल्ली में मदर्स इंटरनेशनल स्कूल के बाहर डीसीपी बेनिता मैरी जैकर के वाहन को टक्कर मार दी. डीसीपी का ड्राइवर दीपक कार में पेट्रोल भरने जा रहा था. कार को टक्कर मारने के बाद विजय शेखर शर्मा कथित तौर पर मौके से फरार हो गए.
हालांकि दीपक ने कार का नंबर नोट कर लिया और डीसीपी को हादसे की सूचना दी. इसके बाद मालवीय नगर पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 279 (तेज या लापरवाही से ड्राइविंग) के तहत मामला दर्ज किया गया था.
Delhi | Vijay Shekhar Sharma, founder and CEO of Paytm, was arrested and later released on bail for ramming his car into the vehicle of DCP South in the month of February
— ANI (@ANI) March 13, 2022
तब पता चला कि कार हरियाणा के गुरुग्राम स्थित एक कंपनी की थी. बाद में, इसका पता दक्षिण दिल्ली में रहने वाले बिज़नेसमैन विजय शेखर शर्मा से मिला. इसके बाद उन्हें थाने बुलाया गया और गिरफ्तार कर लिया गया.
इसके तुरंत बाद, उन्हें जमानत दे दी गई क्योंकि अपराध भारतीय दंड संहिता की एक जमानती धारा के तहत आता है.
स्कूल शिक्षक के बेटे और इंजीनियरिंग में स्नातक विजय शेखर शर्मा ने 2010 में आईटी कंपनी पेटीएम की स्थापना की. इसे शुरू में मोबाइल रिचार्ज के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म में इस्तेमाल किया गया था. उबेर द्वारा इसे इंस्टेंट पेमेंट ऑप्शन के रूप में लिस्टेड करने के बाद पेटीएम ने ग्रोथ देखी.
फोर्ब्स के अनुसार, कंपनी की सफलता ने विजय शर्मा को 2.4 बिलियन अमरीकी डालर की कुल संपत्ति के साथ एक लीडिंग अरबपति बना दिया है.