Puducherry Political Crisis: पुदुचेरी में कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद राष्ट्रपति शासन लागू
कांग्रेस सरकार के लिए एक तरफ जहां पंजाब से अच्छी खबर आई तो वहीं उससे ज़्यादा उसको बुरी खबर मिली, पांडुचेरी से. यह पिछले चालीस वर्षो में पहला अवसर है जब कांग्रेस दक्षिण के किसी भी राज्य की सत्ता पर काबिज नहीं रह गई है.
कांग्रेस के लिए 22 फरवरी का वो आखिरी दिन था जब केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में नारायणसामी के नेतृत्व वाली सरकार गिरने के साथ ही दक्षिण में कांग्रेस का अंतिम दुर्ग भी ध्वस्त हो गया.
देश की सबसे पुरानी पार्टी की ऐसी दुर्गति तो आपातकाल के बाद हुए उस चुनाव के बाद भी नहीं हुई थी जब शेष भारत में उसका सूपड़ा साफ गया था. क्योंकि पूरे देश में कांग्रेस के पुरजोर विरोध के बाद भी दक्षिण भारत ने उसकी नैया को पूरी तरह डूबने से बचा लिया था.
लेकिन इस बार तो दक्षिण में ही नैया डूब गई है, जबकि इस समय राहुल गांधी दक्षिण भारत के दौरे पर ही हैं. दक्षिण भारत में कांग्रेस के पतन के साथ ही भाजपा अपने कदम मजबूत करती जा रही है. हालांकि भाजपा को इस समय किसान आंदोलन का सामना करना पड़ रहा है.
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