कपिल मिश्रा समेत गुरुग्राम के स्थानीय लोगों ने खुले में नमाज़ की जगह की गोवर्धन पूजा, हिन्दू संगठनो ने कहा अब से नमाज़ सड़कों पर नहीं होने देंगे
हरियाणा के गुरुग्राम में सार्वजनिक जगह पर नमाज पढ़ने के लिए विवाद में आए मुस्लिमों का अब गुरुग्राम के लोगों ने विरोध का अब एक अनोखा तरीका ढूंढा है। दरअसल आज गोवर्धन पूजा है और हिंदी हार्ट लैंड वाले राज्यों में गोवर्धन पूजा का महत्व काफी अधिक है। इसलिय इस बार स्थानीय लोगों ने सड़कों पर नमाज़ पढ़ने वाले लोगों के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से एक अनोखा विरोध किया।
जिसमें दिल्ली भाजपा नेता कपिल मिश्रा और डासना मंदिर के मुख्य पुजारी नरसिंहानंद सरस्वती के अलावा विश्व हिंदू परिषद और तमाम संगठन शामिल हुए। गुरुग्राम सेक्टर 12A में सार्वजनिक स्थान पर नमाज पढ़ने को लेकर हुए विरोध के बाद अब तकरीबन दो हफ़्ते बाद आज 5 नवंबर को उसी जगह पर गोवर्धन पूजा आयोजित की गई। इस पूजा में दिल्ली भाजपा नेता कपिल मिश्रा भी शामिल हुए। यह पूजा ठीक उसी जगह हुई जहां पर हर शुक्रवार को नमाज पढ़ी जाती थी।
हाल ही गुरुग्राम प्रशासन ने नमाज के लिए नामित किए गए 37 स्थलों में से 8 स्थानों पर नमाज पढ़ने की अनुमति को रद्द कर दिया था। दरअसल 2018 में प्रशासन की तरफ से नमाज पढ़ने के लिए 37 स्थानों को चिन्हित किया था। जिसको लेकर संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति ने विरोध जताया था। विरोध को देखते हुए गुरुग्राम प्रशासन ने 8 जगहों पर नमाज पढ़ने की अनुमति को रद्द कर दिया है। बता दें कि इससे पहले हिंदू संगठन संयुक्त हिन्दू संघर्ष समिति ने ऐलान किया था कि वे खुले में नमाज नहीं होने देंगे।
वहीं आज शुक्रवार को गुरुग्राम सेक्टर 12A पर आयोजित गोवर्धन पूजा में वहा के स्थानीय लोग और गुरुग्राम के अन्य जगह से आए लोग भारी संख्या में शामिल हुए। भाजपा नेता कपिल मिश्रा, गाजियाबाद में डासना देवी के मुख्य पुजारी यति नरसिंहानंद सरस्वती के अलावा विश्व हिंदू परिषद और तमाम हिन्दू संगठनों के लोग शामिल हुए। इससे पहले संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति ने कहा था कि सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने के विरोध में गोवर्धन पूजा का आयोजन करेंगे।
वहीं विरोध को लेकर मुस्लिम समुदाय की तरफ से प्रशासन से मांग की गई थी कि उन्हें विकल्प के तौर कोई और जगह दी जाये, वो इन जगहों से शिफ्ट हो जाएंगे। मालूम हो कि गुरुग्राम में सेक्टर 12A में खुली जगह पर नमाज पढ़ने को लेकर पिछले 2 हफ्ते से स्थानीय लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इस विरोध प्रदर्शन में 26 लोगों को हिरासत में भी लिया गया था।
हालांकि विरोध को देखते हुए गुरुग्राम प्रशासन ने 2 नवंबर मंगलवार को बंगाली बस्ती सेक्टर-49, वी-ब्लॉक डीएलएफ-III, सूरत नगर फेज-1, खेड़ी माजरा गांव के बाहर, द्वारका एक्सप्रेसवे पर दौलताबाद गांव के पास, सेक्टर-68 गांव रामगढ़ के पास, डीएलएफ स्क्वायर टॉवर के पास और गांव रामपुर से नखडोला पर नमाज पढ़ने की अनुमति रद्द कर दी। गोवर्धन पूजा के कारण अब मुस्लिम समुदाय ने गुरुग्राम में सड़कों पर नमाज़ नहीं पढ़ने का फ़ैसला लिया है।
वही कपिल मिश्रा ने मीडिया से बातचीत के दौरान साफ कहा कि इस देश इतने मजहब और पंत है कि अगर सभी को सार्वजनिक स्थान पर सभी लोग अपने धर्म के अनुसार हफ़्ते में एक दिन क़ब्ज़ा करने लगे तो इस देश में इतने पंत और मजहब है कि हफ़्ते का कोई दिन ऐसा नही जाएगा जिस दिन सड़क बंद ना हो। कपिल मिश्रा ने एक नया नारा भी दिया जो की इस प्रकार है - हमें चाहिए आज़ादी सड़कों पे चलने की आज़ादी दफ्तर जाने की आज़ादी खुले पार्को की आज़ादी स्कूल, अस्पताल जाने की आज़ादी आज़ादी आज़ादी|
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