UP ELECTION : सपा महिला आरक्षण की घोर विरोधी रही है
2017 के विधानसभा चुनाव और से 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में जोर शोर से वोट करने वाले उत्तर प्रदेश के यादव कांग्रेस के खिलाफ जितना मुखर हैं उतना खुद योगी और मोदी के समर्थक भी नही हैं। वजह साफ है जमीन पर उतरना यह भूल गए हैं और कांग्रेस इनको बीजेपी से बड़ा खतरा नजर आ रही है।
आज आलम यह है कि मुखिया मुलायम सिंह यादव की एक पुत्र बहू अपर्णा भाजपा के पक्ष में पूरा जोर लगा रही हैं, एक बेटा भी योगी को ही हाथ जोड़ खड़ा है। संगठन के तमाम पदों पर एक ही बिरादरी के लोग नियुक्त किए जा रहे हैं। पार्टी में तमाम जरूरी फैसले अखिलेश के ससुराल वाले राजपूत लोग ले रहे हैं। फिर भी जिद है कि कांग्रेस की एक सीट भी नही आनी चाहिए।
कांग्रेस जीते या न जीते उससे कोई फर्क नही पड़ता लेकिन बीजेपी के जीतने से फ़र्क पड़ता है। सपा महिला आरक्षण की घोर विरोधी रही है वैसे में कांग्रेस द्वारा टिकटों में महिलाओं को 40 फीसदी हिस्सेदारी देना काबिलेतारीफ है। अगर वास्तव में अखिलेश सत्ता में आना चाहते हैं तो पहले सभी जातियों को बराबर का प्रतिनोधित्व दें और 50 फीसदी सीटें महिलाओं को दें।