WFI की आज होने वाली वार्षिक आम बैठक हुई रद्द, पहलवानों के साथ विवाद के चलते लिया गया फैसला
आज भारतीय कुशती संघ की वार्षिक आम बैठक अयोध्या में होने वाली थी, जिसे पहलवानों के साथ विवाद के चलते खेल मंत्रालय द्वारा रद्द कर दिया है. बता दें कि कल शाम को ही खेल मंत्रालय ने WFI की सभी गतिविधियों को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया था. वहीं, भारतीय कुशती संघ (WFI) और पहलवानों के बीच आज पहली बार बैठक होने जा रही है. इस मीटिंग में फेडरेशन के सभी सदस्य शामिल होंगे लेकिन प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को इस मीटिंग से दूर रखा गया है. बता दें कि फेडरेशन काउंसिल में कुल 54 सदस्य है.
फेडरेशन के सहायक सचिव को किया गया सस्पेंड
इससे पहले कल शाम को खेल मंत्रालय द्वारा फेडरेशन के सहायक सचिव विनोद तोमर को सस्पेंड कर दिया गया है. बता दें कि विनोद पर अनुशासनहीनता और खिलाड़ियों से रिश्वत लेने का आरोप है.वहीं सस्पेंडज होने से पहले WFI प्रमुख के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा था कि ज्यादातार लोग बृजभूषण के साथ हैं और खिलाड़ियों के आरोप बिल्कुल निराधार हैं.
क्या है WFI विवाद?
ब्रजभूषण शरण और उनके संघ से जुड़े कोच पर आरोप है कि उन्होंने कई महिला पहलवानों का उत्पीड़न किया है। इस कड़ी में सबसे बड़ा नाम तीन बार की कॉमनवेल्थ गेम्स की पदक विजेता विनेश फोगाट का है। उनके साथ साक्षी मलिक ने भी कई आरोप लगाए हैं, वहीं पहलवान अंशु मलिक ने तो यहां तक कहा कि बृजभूषण शरण बुल्गारिया में गर्ल्स के होटल में रुके थे। अंशु ने कहा कि जूनियर टीम पर इस कारण काफी दबाव भी था। उधर बजरंग पुनिया समेत 30 बड़े पहलवानों ने इन आरोपों को सच बताते हुए धरना प्रदर्शन में साथ दिया है।
जिसको देखते हुए शुक्रवार को WFI प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने के लिए 7 सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है. इस कमेटी में मैरी कॉम, डोला बनर्जी, अलकनंदा अशोक, योगेश्वर दत्त, सहदेव यादव और 2 अधिवक्ता शामिल हैं.
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