जब संजय दत्त के समर्थन में पूरा फिल्मीस्तान उमर पड़ा था, आर्यन खान के समर्थन में क्यों नहीं?
संजय दत्त आतंकवाद के आरोप में बंद थे , ए॰के॰56 बरामद हो चुकी थी , उसके बाद भी फ़िल्मी जगत के लोग और दूसरे संजय दत्त के चाहने वालों को लगता था कि संजय दत्त इसमें शामिल नहीं है तो वो लोग बिना किसी डर या ख़ौफ़ के आवाज़ उठा रहे थे । बाल ठाकरे समय कई दलो के नेता भी उनके समर्थन में आगे आए थे ।
संजय दत्त खुद एक इंटरव्यू में बताते हैं कि बाल ठाकरे शरद पवार के साथ-साथ भारत के बड़े-बड़े नेता उनके पिता के समर्थन में खड़े थे।
अब नया भारत है । अब दस ग्राम गाँजे के केस में शाहरुख़ खान का बेटा बंद है । वो ना आतंकवाद का आरोपी है और ना ही ग़ैर क़ानूनी हथियार रखने का । उसके ऊपर नशा करने का चार्ज है , जो बड़े लोगों में बिलकुल आम बात हो गयी है । इसके बाद भी इंडस्ट्री के किसी व्यक्ति के अंदर इतनी हिम्मत नहीं कि वो आर्यन खान के लिए आवाज़ उठा सके । बहुत सारे लोग ऐसे ज़रूर होंगे जो इस मुद्दे पर उनके समर्थन में बोलना चाह रहे होंगे लेकिन मीडिया और सरकार के डर से हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं ।
इसे मज़बूती नहीं तानाशाही बोलते है ।