कांग्रेस के किस दिग्गज नेता ने संजय गांधी से कहा था, 'मैं आपकी मां का मंत्री हूं आपका नहीं'
देश में गांधी का सरकार था। गांधी मतलब इंदिरा गांधी! इमरजेंसी लग चुकी थी। इंद्र कुमार गुजराल सूचना एवं प्रसारण मंत्री थे। कैबिनेट की बैठक खत्म होने के बाद संजय गांधी, इंद्र कुमार गुजराल के पास पहुंचे और कहा कि मुझे News बुलेटिन देखनी है।
गुजराल कुछ सेकंड की खामोशी के बाद बोले "यह संभव नहीं हो सकता! समाचार बुलेटिन को सिर्फ प्रसारण के बाद ही सार्वजनिक किया जाता है, प्रसारण के पहले तो मैंने भी आज तक बुलेटिन नहीं देखी क्योंकि यह दखलअंदाजी होती है"
गुजराल ने बहुत दमदार आवाज में श्रीमती गांधी को मना किया था। मिस्टर गांधी ने यह सुन लिया और वह भीतर आ गई। उन्हें समझ में नहीं आया क्या कहना चाहिए? लेकिन उन्हें लगा कि गुजराल सही हैं। उन्होंने Sanjay Gandhi से कहा नहीं नहीं हम बाद में देख लेंगे।
इन सबके बीच अगले दिन गजब यह हुआ कि All India Radio ने इंदिरा गांधी का भाषण नहीं चलाया जो कि उस वक्त एक मामूली बात थी। संजय गांधी ने तुरंत इंद्र कुमार गुजराल से कहा कि देखिए ऐसा नहीं चलेगा। गुजराल ने कहा "देखिए जब तक मैं हूं ऐसा ही चलेगा और आप दूसरों से तमीज से पेश आना भी सीखेंगे, मेरी आपकी तरफ कोई जिम्मेदारी नहीं है मैं आपकी मां का मंत्री हूं आपका नहीं"
सोचिये एक वह दौर था एक यह दौर है। आल इंडिया रेडियो लोकसभा को लोकढाबा लिखता है,दूरदर्शन की अकाल मौत हो गई।सूचना एवं प्रसारण मंत्री गालीबाज है।