पटना में नए वायरस White Fungus ने दी दस्तक, यह शरीर के इन पार्ट्स के लिए खतरनाक
देश में अभी तक तो लोग व्लैक फंगस (Black Fungus) का सामना कर रहे थे लेकिन अब बिहार के पटना में व्हाइट फंगस (White Fungus )का मामला सामने आया है. व्लैक फंगस करोना से ठीक हुए लोगों की आखों की रोशनी को कम दे रहा है तो व्हाइस फंगज सीधे फेफड़ों पर असल डाल रहा है. बताया जा रहा है कि व्हाइट फंगस नाखून, त्वचा, पेट, किडनी, मस्तिष्क, प्राइवेट पार्ट और मुंह पर भी असर डाल सकता है.
पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. एसएन सिंह का कहना है कि अब तक सफेद फंगस के चार मामले सामने आए हैं. उन्होंने बताया कि यह फंगस कोरोना की तरह फेफड़ों को ही नुकसान पहुंचाता है. उन्होंने बताया कि सफेद फंगस फेफड़ों के अलावा नाखून, त्वचा, पेट, किडनी, मस्तिष्क, प्राइवेट पार्ट और मुंह को भी प्रभावित कर सकता है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया है कि इस सफेद फंगस का इलाज ऐंटिफंगल दवाओं से किया जा सकता है.
कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों में पाया जा रहा व्हाइट फंगस
भारत में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों में अभी तक ब्लैक फंगस के मामले सामने आ रहे हैं. दिल्ली में कल ब्लैक फंगस के 140 मामले सामने आए थे. वहीं अब व्हाइट फंगस के भी चार मामले सामने आ चुके हैं. डॉक्टरों का कहना है कि व्हाइट फंगस के मामले सबसे ज्यादा कमजोर इम्युनिटी वाले लोग, डायबिटीज के मरीज या लंबे समय से स्टेरॉयड लेने वालों में पाए जा रहे हैं.
व्हाइट फंगस से बचाव करने का तरीका डॉ सिंह ने बताया है. उन्होंने कहा है कि ऑक्सीजन थेरेपी या वेंटिलेटर पर रहने वाले रोगियों के लिए उच्च स्वच्छता स्तर बनाए रखकर बीमारी को रोकना आसान है. उनका कहना है कि हमें ऑक्सीजन सिलेंडर और ह्यूमिडिफायर का उपयोग करते वक्त निष्फल पानी का उपयोग करना चाहिए.
ये भी पढ़ें: तेज हवा चलने से भी फैल सकता है कोरोना! वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय ने कही यह बात