मोदी को मारने की चाह रखने वाला एक करोड़ का नक्सली बूढ़ा कौन है?
भारत में कई पार्टी और विचारधारा के लोग हैं। हर विचारधारा का अपना अपना रास्ता है अपनी अपनी मंजिल है अपना अपना सोच है और अपनी अपनी विचार है। इसी एक विचार का नाम वामपंथी है। जिस की सरकार केरल और त्रिपुरा जैसे राज्यों में कई दिनों तक रही।
इसी विचारधारा से ताल्लुक रखने वाले एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रशांत बोस उर्फ बूढ़ा को जेल भेज दिया गया है। उसके साथ जेल उसकी पत्नी भी गई है। उस नक्सली के बारे में पुलिस बताती है कि, बूढ़ा इतना खतरनाक है कि उसने प्रधानमंत्री मोदी को मारने की भी साजिश रची थी। साथ ही बूढ़ा भीमा कोरेगांव हिंसा और NIA की चार्जशीट में बोस का नाम आया था।
इतना ही नहीं, वह पूर्वी सिंहभूम में सांसद सुनील महतो हत्याकांड, 2004 में गिरिडीह में गृह रक्षा वाहिनी का शास्त्रागार लूटने और पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा की हत्या का भी मास्टरमाइंड है। बूढ़ा नक्सली का बहुत बड़ा नाम है। इसलिए उसकी गिरफ्तारी सिर्फ झारखंड के लिए नहीं बल्कि हर नक्सल इलाके के लिए एक सुखद खबर है।
प्रशांत 60 के दशक में पढ़ाई के दौरान कोलकाता में नक्सली संगठन के मजदूर यूनियन से जुड़ा था। फिर MCCI के संस्थापक कन्हाई चटर्जी के साथ मिलकर संताली नेताओं द्वारा चलाए जा रहे जमींदारी प्रताड़ना के खिलाफ आंदोलन में भाग लिया था।