Heart Attack: बड़े ही नहीं बच्चों को भी आ सकता है हार्ट अटैक? एक्सपर्ट्स से जानें इसकी वजह और रोकने का तरीका
Heart Attack:शरीर में जब खून का ब्लॉकेज हो जाता है तो दिल की मांसपेशियां सही तरीके से नाम काम नहीं करती है जिसकी वजह से हार्ट अटैक की समस्या हो जाती है। आज कल बच्चों में हार्ट अटैक की समस्या बढ़ रही है। 15 साल से 21 तक बच्चों में ये इसलिए भी देखने को मिल रही है क्योंकि काफी लंबे समय तक बच्चे बिना खाए पिए वक्त बिता देते हैं, जिसकी वजह से उनके शरीर में मेटाबॉलिक रेट खराब हो रहा है और हाइपोग्लाइसीमिया की वजह से बच्चों में हार्टअटैक की समस्या बढ़ रही है। कार्बोहाइड्रेट का बॉडी में ज्यादा होना इसकी सबसे बड़ी वजह है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल का कार्डियोलॉजिस्ट Dr. Subroto Mandal ने बताया कि आखिर क्यों बच्चों में हार्ट अटैक आता है और इसे रोकने क्या उपाय है। आइए जानें
मोबाइल का एडिक्शन
डॉक्टर्स के मुताबिक मोबाइल का एडिक्शन बच्चों के दिमाग को कमजोर बना देता है जिसके कारण बच्चा तनाव में रहने लगता है और ऐसे में स्थितियां खराब हो जाती हैलंबे समय तक इंटरनेट का इस्तेमाल कई बीमारियों का कारण बन सकता है, जैसे मोटापे की समस्या होना, फिटनेस पर ध्यान ना देना हार्ट अटैक का कारण बन सकता है।बच्चे इंटरनेट और गेमिंग के इतने एडिक्ट हो गए हैं कि उन्हें समय का पता भी नहीं चलता और वक्त पर सोने की आदत भी खत्म हो गई है जिस वजह से भी दिल की बीमारी का खतरा बना रहता है।
बच्चों के खान-पान में करें सुधार
एक वक्त था जब डायबिटीज और दिल की बीमारियों को लोगों की बढ़ती उम्र के साथ जोड़कर देखा जा रहा था, लेकिन अगर आपके बच्चे अन हेल्थी लाइफस्टाइल और खानपान की आदतों से घिर चुके हैं तो भी यह आपके बच्चे को दिल का मरीज बना सकता है। नमक कम मात्रा में खिलाएं।
बच्चों को कई तरह एक्टिविटी में करें शामिल
विशेषज्ञों के मुताबिक गैजेट्स का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल बच्चों में कई तरह की बीमारियों को पैदा करता है बच्चों को इनकी लत से दूर रखने के लिए उन्हें कुछ ऐसी एक्टिविटी में शामिल करने की पहल करें कि मोबइल, टीवी आदि से दूर रहें। उन्हें कुछ घरेलू काम में लगाएं। तनाव रहित बच्चों को रखें। उन्हें फिजिकल एक्टिविटी में लगाएं।