Banking Fraud: मैसेज और ईमेल के जरिए बैंकिंग धोखाधड़ी के मामले रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। हैरानी की बात है कि तमाम तरीकों से समझाने के बावजूद लोग साइबर अपराधियों के चंगुल में फंस रहे हैं। भोपाल के साइबर एक्सपर्ट शोभित राय ने बताया कि कई बार आपको मैसेज के साथ Shorten URL भेजा जाता है जिसे देखने पर पता नहीं चलता कि वह असल में किस वेबसाइट का लिंक है. इसलिए ऐसे लिंक्स पर क्लिक करने से पहले चैक करें कि उस लिंक के पीछे असल में कौनसा लिंक छिपा है।
फेक वेबसाइट
कई बार स्कैमर्स ठगी के लिए फेक वेबसाइट भी बनाते हैं। जो जो हू-ब-हू किसी ऑनलाइन शॉपिंग साइट की तरह ही होती है. वेबसाइट के फोटोज, डिस्क्रिप्शन और रेटिंग से लेकर Fonts तक का बखूबी ऑरिडिवल साइट की तरह ही बनाए जाते हैं ताकि आपको को गलती से भी शक न हो कि यह फेक वेबसाइट है.
कैसे बचें?
ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड से बचने का आसान तरीका यह है कि अगर आपके पास कोई ऐसा ऑफर वाला मैसेज आता है जिसमें किसी भी आइटम को सस्ता देने का दावा किया जा रहा है, तो उस पर क्लिक करने से बचें. इसके अलावा WhatsApp पर आए मैसेज को सच मानकर फॉलो करने से पहले उसे वेरिफाई करें। किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले एक बार उसे ठीक से पढ़ें. अगर उसमें कोई स्पेलिंग मिस्टेक दिखाई देती है तो उस पर विजिट न करें, क्योंकि वह Spam Link है। अगर आप गलती से विजिट कर भी लेते हैं तो अपनी कोई भी सेंसेटिव जानकारी न दें।