Budget 2023: कोरोना के कहर के बाद हेल्थ सेक्टर में बजट से 5 सबसे बड़ी उम्मीदें, हेल्थ चेकअप पर मिल सकती है टैक्स में छूट

 
Budget 2023: कोरोना के कहर के बाद हेल्थ सेक्टर में बजट से 5 सबसे बड़ी उम्मीदें, हेल्थ चेकअप पर मिल सकती है टैक्स में छूट

Union Budget 2023 Health Sector: संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू हो रहा है। सत्र की शुरुआत संसद के सेंट्रल हॉल में लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Droupadi Murmu) के अभिभाषण से होगी। पिछले साल अगस्त में शीर्ष पद पर पहुंचने के बाद से राष्ट्रपति मुर्मू का संसद के दोनों सदनों में यह पहला संबोधन होगा। कोरोना के बाद सबसे ज्यादा ध्यान देने वाला हेल्थ सेक्टर का बजट खास होगा। आइए जानते हैं

हेल्थ सेक्टर की सरकार से उम्मीदें

सरकार ने 2022 में बड़ा कदम उठाते हुए AB-PMJAY यानी प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की। इसके तहत सीनियर सिटीजन का हेल्थ इंश्योरेंस करना है। लेकिन इसके बाद भी आज एक बड़े हेल्थ कवरेज प्रोग्राम की जरुरत है।

हेल्थ केयर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड को सुनिश्चित करना


इस सेक्टर में पिछले कुछ वक्त में स्टार्टअप भी हुए हैं। ऐसे में सरकार ने माइक्रो, स्मॉल- मीडियम एंटरप्राइजेज और मेडिकल डिवाइस पार्क के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए फंड और योजनाएं स्थापित की है। हालांकि कुछ सालों में प्राइवेट सेक्टर में नए मेडिकल कॉलेज खुले हैं लेकिन अभी भी प्राइवेट सेक्टर को इसके लिए सीमित कर दिया गया है। हालांकि जरूरत है कि केंद्र और राज्य सरकारों को हेल्थ केयर के लिए कम लागत पूंजी के तहत सपोर्ट करना होगा। इसमें सभी का पीपीपी प्रोजेक्ट में शामिल होना जरूरी है। सरकार को गैप फंडिंग, हेल्थ इक्यूपमेंट के लिए सब्सिडी और रियाती दर में हॉस्पिटल क्लिनिक के लिए भूमि प्रदान करने जैसे कदम उठाने होंगे। सरकार एक हेल्थ केयर फंड भी बना सकती है।

WhatsApp Group Join Now

स्वास्थ्य सेवा के लिए टैक्स में छूट


सरकार को हेल्थ सेक्टर में हेल्थकेयर्स की स्किलिंग के लिए और उसके विकास के लिए टैक्स में छूट का प्रावधान करना जरूरी है। इनकम टैक्स एक्ट 2013 - सेक्शन 35ccd के तहत इन छूटों को देने के बारे में सरकार को सोचना होगा। फिलहाल इस कानून के तहत बिजनेस इनकम कैल्कुलेशन में निर्माण कर रही कंपनी को ट्रेनिंग के लिए दी गई भूमि या भवन पर 150 प्रतिशत की कटौती की अनुमति है। कर्मचारियों को भी 6 महीने की ट्रेनिंग अनिवार्य कर देना चाहिए। इसके बाद उन्हें फुल टाइम रोजगार देने की व्यवस्था करना होगी। इस तरह की लाभदायक सुविधा बढ़ाने के लिए जरूरी है कि सरकार को इस कानून को और लचीला करना होगा।

प्रिवेंटिव हेल्थ चेकअप पर टैक्स में छूट


सरकार को निवारक या प्रिवेंटिव हेल्थ चेकअप पर टैक्स की छूट देना चाहिए । सरकार को 2023 बजट में एक परिवार को हेल्थ चेकअप की कटौती को कम करते हुए 5000 से 15 हजार रुपए तक कर देना चाहिए, इससे नागरिकों को लाभ पहुंच सके।

डिजिटलीकरण को बढ़ावा देना


सरकार को हेल्थ सेक्टर के डिजिटलीकरण पर ध्यान देने की जरूरत है। जिससे सभी काम तकनीक की वजह से सुचारु रूप से जल्दी और पूर्ण हो जाए। इसमें सरकार को इकॉसिस्टम तैयार करने की जरूरत है। इसमें टेलीमेडिसिन, वर्चुअल केयर सॉल्युशन, रेफरेल मैनेजमेंट सिस्टम, पर्सनल हेल्थ रिकॉर्ड या इल्केट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड को बढ़ावा मिल सके। कोरोना महामारी के बाद से इस तरह की स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाने की मांग की जा रही है। इससे एक बेहतर और वर्ल्डक्लास मेडिकल हेल्थ केयर सेक्टर खड़ा हो सके।

ये भी पढ़ें- Budget 2023 Income Tax Expectations: टैक्सपेयर्स को खुश कर सकता है बजट, एक्सपर्ट से समझें कैसे मिलेगी महंगाई से राहत

Tags

Share this story