Health Tips: लिवर को करें फैटी से फिट! जानें इसके लक्षण और अपनाएं ये आदतें

Health Tips: शरीर को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाने वाला लिवर लगभग 600 कार्य करता है। अगर इसका ध्यान न रखा जाए तो ये सारे कार्य बाधित होंगे, नतीजतन शरीर बहुत सी बीमारियों का घर बन जाएगा। इन्हीं बीमारियों में से मूक रोग कही जाने वाली गंभीर समस्या है फैटी लिवर। लिवर शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने और भोजन को पचाकर ऊर्जा में बदलने का कार्य करता है। बदलती जीवनशैली और खानपान के चलते स्वयं पर ध्यान न देने के कारण लिवर को एकदम स्वस्थ रखना एक चुनौती बन गई है। साथ ही एल्कोहल के अत्यधिक सेवन से लिवर बद से बदतर हो जाता है और एक बीमारी पनपती है, फैटी लिवर। क्या है फैटी लीवर, क्या हैं इसके लक्षण और कैसे इससे बचा जा सकता है, जानिए।
क्या है फैटी लिवर ?
लिवर में अतिरिक्त वसा जमा होने से फैटी लिवर की स्थिति पैदा हो जाती है। लिवर में जमा हुई ये वसा सूजन पैदा करके लिवर की कार्यप्रणाली में बाधा पहुंचाती है। फैटी लिवर लगातार बढ़ने वाली बीमारी है, जिसके शुरुआती लक्षण अमूमन दिखाई नहीं देते, लेकिन अंतिम चरण में पहुंचने पर शरीर को गंभीर बीमारियां जकड़ लेती हैं। यह बीमारी मुख्यतौर पर शराब का अधिक सेवन करने वाले लोगों में पाई जाती है। शराब के अधिक सेवन से शरीर सही तरीके से सिस्टम को डिटॉक्सिफाई नहीं कर पाता है और मेटाबॉलिज्म भी प्रभावित होता है। इसके चलते फैटी लिवर रोग और यहां तक कि लिवर फेल भी हो जाता है। खान-पान उचित न होने, उच्च रक्तचाप और मोटापे के चलते व्यक्ति को भी ये बीमारी घेर सकती है, भले वो शाराब न पीता हो।
जानें ये लक्षण
लिवर के रोग शुरुआत में बिना किसी लक्षण के होते हैं, और बहुत बड़ा रूप लेकर जब शरीर को नुक़सान पहुंचा देते हैं, तब उनके कुछ लक्षण दिखाई देते हैं। फिर भी कुछ ऐसे संकेत हैं जिनसे इस रोग को समझकर लिवर को ख़राब होने या उसकी कोई और बड़ी बीमारी होने से बचा सकते हैं।
- पेट के ऊपरी हिस्से में दबाव / लगातार पेट दर्द होना
- पीलिया
- आंखों और त्वचा में पीलापन दिखाई देना
- लगातार थकान और कमजोरी महसूस होना
- भूख न लगना
- अचानक वजन कम हो जाना।
- बार-बार पाचन संबंधी समस्याएं जैसे उल्टी और दस्त लगना।
- भ्रम की भावना और स्मृति समस्याओं की शुरुआत हो जाना।
क्या है ये फैट ?
लिवर के सही तरीके से कामकाज के लिए इसमें फैट का केवल एक छोटा-सा प्रतिशत होता है। यह चिकना होता है और इसका रंग लाल भूरा होता है। जब लिवर प्रभावित होता है, तो यह बड़ा और पीले रंग का दिखाई देने लगता है। सूजन, क्षति और सिरोसिस के कारण एक फैटयुक्त लियर असमान और धब्बेदार दिखाई दे सकता है।
आज ही अपनाएं ये आदतें
फैटी लिवर, लिवर कैंसर और लिवर फेलियर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। लेकिन कुछ आदतों के चुनाव से इससे बचा जा सकता है
- जंक फूड और ज्यादा तले हुए खाने का कम से कम सेवन करें
- अधिक बैठे रहने वाली जीवनशैली में बदलाव करें
- मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों का इलाज कराएं और परहेज भी करें
- उम्र और क़द के हिसाब से वजन बनाए रखें
- शराब और धूम्रपान छोड़ दें
- स्वस्थ आहार लें। दूषित पदार्थों के संपर्क में आने से बचें
इन आदतों का पालन करने और डॉक्टर से नियमित परामर्श लेने से फैटी लिवर की बीमारी और अन्य परिस्थितियों को बेहतर ढंग से रोककर व्यक्ति स्वस्थ जीवन जी सकता है