World Cancer Day: 4 फरवरी को ही क्यों मनाया जाता है विश्व कैंसर दिवस? जानें इसका इतिहास और इस बार की थीम
World Cancer Day 2023: पूरी दुनिया में 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) मनाया जाता है। इसके मनाने के पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक (cancer awareness) किया जा सके. वर्ल्ड कैंसर डे मनाने के लिए हर साल एक नई थीम रखी जाती है। साल 2023 की थीम क्लोज द कैयर गैप तय की गई है। इसको मनाने का उद्देश्य इस घातक बीमारी से पीड़ित लोगों को एक खुशहाल और आरामदायक जिंदगी देना है। विश्व कैंसर दिवस पर आइए, संकल्प लें कि कैंसर के प्रति हम स्वयं भी जागरूक रहेंगे और दूसरों को भी जागरूक करेंगे।
जानलेवा और खतरनाक बीमारी है कैंसर
दुनिया में व्याप्त खतरनाक बीमारियों में कैंसर भी एक जानलेवा और खतरनाक बीमारी है। कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है और यह एक हिस्से से किसी दूसरे हिस्से में बड़ी ही आसानी से फैल सकता है। शरीर के किसी एक हिस्से में सबसे पहले होने वाले कैंसर को प्राइमरी ट्यूमर कहते है।जिसके बाद शरीर के दूसरे हिस्सों में होने वाला ट्यूमर मैटास्टेटिक या सेकेंडरी कैंसर कहलाता है. अगर पहली स्टेज में कैंसर का पता चल जाता है तो काफी हद तक संभावना को पीड़ित को बचाया जा सकता है।
कैंसर पीड़ित कोशिकाएं प्राइमरी ट्यूमर से टूट कर खून में आ जाती है
जब कैंसर किसी पीड़ित व्यक्ति एक स्टेज से दूसरी स्टेज में शिफ्त होता है या फिर एक अंग से दूसरे अंग में फैलता है तो इसमें लिम्फेटिक सिस्टम में कैंसर की कोशिकाएं प्राइमरी ट्यूमर से टूट कर शरीर के दूसरे अंगों तक चली जाती हैं। लिम्फेटिक सिस्टम टिश्यूज और अंगों का शरीर में एक ऐसा समूह है जो संक्रमण और बीमारियों से लड़ने के लिए कोशिकाएं बनाकर इन्हें स्टोर करके रखता है। आपको बता दें कि किसी भी व्यक्ति में कैंसर तीन तरह से फैलता है।पहला है डायरेक्ट एक्सटेंशन या इंवेजन, जिसमें प्राइमरी ट्यूमर आस-पास के अंगों और टिश्यूज में फैलता है। उदाहरण के लिए प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित शख्स ब्लैडर तक पहुंच जाता है। खून में फैलने वाले कैंसर को हीमेटोजिनस स्प्रैड कहा जाता है, इसमें कैंसर पीड़ित कोशिकाएं प्राइमरी ट्यूमर से टूट कर खून में आ जाती हैं और खून के साथ शरीर के दूसरे हिस्सों तक पहुंच जाती हैं।
जानिए कैंसर के शुरुआती लक्षण
कैंसर कई प्रकार के होते हैं, इसलिए अलग-अलग कैंसर की अपनी अलग-अलग विशेषताएं होती हैं। समस्याएं होती हैं लेकिन कुछ लक्षण ऐसे भी होते हैं जो आमतौर पर सभी प्रकार के कैंसर के शुरुआती चरणों में देखे जाते हैं। जैसे-
- शरीर के किसी भी हिस्से में लंबे समय तक दर्द बना रहना।
- लंबी खांसी। बलगम और खून के साथ खांसी।
- मूत्राशय या पेशाब से संबंधित समस्याओं का बना रहना।
आहार क्या होना चाहिए
- कैंसर की रोकथाम और बीमारी के दौरान विटामिन और खनिजों से भरपूर आहार आवश्यक है।
- एंटीऑक्सिडेंट शामिल करना सुनिश्चित करें।
- गाजर, कद्दू, पपीता, हरी पत्तेदार सब्जियां, मेवा और बीज का सेवन किया जा सकता है।
- मछली, अंडे, कम वसा वाले डेयरी उत्पाद, नट्स, दाल, सोयाबीन का उपयोग किया जा सकता है।
- ब्रोकली और कीवी का सेवन विशेष रूप से करना चाहिए।
- शरीर में पानी की कमी न होने दें, नियमित रूप से पानी पिएं।