Kapur ke fayde: पूजा-पाठ के दौरान क्यों जलाया जाता है कपूर? वजह जानकर रह जाएंगे हैरान
Kapur ke fayde: हिंदू धर्म में विभिन्न धार्मिक अवसरों पर कपूर जलाकर ईश्वर की आराधना की जाती है. यानि पूजा के दौरान कपूर जलाकर देवी-देवताओं की आरती उतारी जाती है.
अगर साधारण कारणों की बात करें तो पाएंगे कि कपूर जलाने से आसपास की हवा शुद्ध हो जाती है, साथ ही घर में सकारात्मकता ऊर्जा प्रवेश करती है, लेकिन अगर धार्मिक कारणों की बात करें, तो हममें से बहुत ही कम लोग ऐसे हैं,
जिनको ये मालूम है कि पूजा पाठ के दौरान कपूर क्यों जलाया जाता है? इसे पूजा-पाठ के समय जलाना क्यों आवश्यक है और इसे जलाने से क्या लाभ होता है.
क्योंकि आपने अक्सर गौर किया होगा कि जब भी कोई धार्मिक अनुष्ठान जैसे कथा, यज्ञ या हवन इत्यादि होता है, तब कपूर जलाकर ईश्वर की आराधना की जाती है.
ऐसे में हमारे आज के इस लेख में हम आपको पूजा पाठ के दौरान कपूर के प्रयोग का प्रमुख कारण बताएंगे. तो चलिए जानते हैं…
कपूर का पूजा के दौरान क्यों होता है इस्तेमाल
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पूजा-पाठ के दौरान कपूर जलाने से आपके घर की सारी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती है और आपके जीवन में अच्छी ऊर्जा प्रवेश करती है.
घर में कपूर जलाने से प्रकृति में मौजूद कीट पतंगे आपके घर में भटकने नहीं पाते, जिससे आप और आपका परिवार कई तरह की स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारियों का शिकार होने से बच जाता है.
अगर आप रोजाना शाम के समय घर के मंदिर में कपूर के साथ लौंग जलाते हैं और ईश्वर की भक्ति करते हैं, तो इससे आपके घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है.
कपूर जलाने से आसपास के पर्यावरण में मौजूद कीटाणुओं का खात्मा होता है, और व्यक्ति को प्रदूषण से हमेशा के लिए राहत मिल जाती है.
ज्योतिष के अनुसार, यदि आप शाम के समय किसी मिट्टी के बर्तन में कपूर जलाकर रखते हैं, तो इससे आपको पितृ दोष से मुक्ति मिल जाती है.
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भीमसेनी कपूर को घर में जलाने से उसके धुएं से आपको कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं, इसलिए आपको पूजा पाठ करते समय कपूर जरूर जलाना चाहिए.
कपूर जलने के बाद जिस प्रकार से केवल राख ही बचती है, ठीक उसी प्रकार से, ईश्वर की पूजा करने के बाद व्यक्ति के भीतर मौजूद सारा अहंकार भी समाप्त हो जाता है.