Chanakya Niti: इन मामलों में स्त्रियां होती हैं पुरुषों से कई गुना तेज, जानिए...
Chanakya Niti: चाणक्य नीति शास्त्र के एक महान ज्ञाता के तौर पर जाने जाते हैं. जिन्होंने व्यक्ति के जीवन से जुड़े सारी पहनने पर अपनी बातों को व्यक्त किया है. चाणक्य की कही हुई बातें के जीवन पर सटीक बैठती हैं. यही कारण है कि आज युवा से लेकर बुजुर्ग तक चाणक्य नीति में कहीं भी बातों का पालन करता है.
ये भी पढ़े:- पति-पत्नी के बीच हो रहे हैं काफी झगड़े…तो चाणक्य की बताई गई बातों का करें पालन
चाणक्य ने स्त्रियों के संबंध में भी कई सारी बातों को प्रदर्शित किया है. आज के इस लेख में हम आपको स्त्री से जुड़ी बातों के बारे में बताने वाले हैं. या फिर एक स्त्री के मन में भी किसी पुरुष से ज्यादा इन इच्छाओं की प्रबल जागृत होने की संभावना होती है. चलिए जानते हैं…
स्त्रियों के मन में पुरुषों से कहीं अधिक होती है ये बातें…
स्त्रीणां द्विगुण आहारो लज्जा चापि चतुर्गुणा ।
साहसं षड्गुणं चैव कामश्चाष्टगुणः स्मृतः ॥
चाणक्य का मानना है एक पुरुष की तुलना में स्त्री की भूख दुगनी होती है. एक स्त्री पुरुष से अधिक भोजन खा सकती है. वर्तमान में कई सारी स्त्री ऐसी हैं जिनका तनाव और अत्यधिक कार्य के चलते खानपान बिगड़ गया है. जिसके चलते उनकी सेहत पर इसका बुरा प्रभाव देखने को मिलता है.
किसी भी स्त्री में काम की इच्छा पुरुषों की तुलना में 8 गुना ज्यादा होती है. लेकिन समाज और परिवार की मर्यादाओं के चलते स्त्रियां अपनी इन इच्छाओं को वश में कर लेती हैं. या कहीं उन पर नियंत्रण कर लेती हैं. स्त्री अपनी सहनशक्ति और धैर्य लज्जा के चलते अपनी कामेच्छा को सबके सामने जाहिर नहीं होने देती.
स्त्रियों में पुरुषों की तुलना लज्जा के मामले में अधिक संवेदनशील होती है. यानी पुरुषों की तुलना में स्त्रियों को सबसे अधिक शर्म आती है. जबकि पुरुषों की तुलना में स्त्रियों में सबसे अधिक साहस भी होता है. यही कारण है कि स्त्री को शक्ति स्वरूपा कहा गया है.