Chanakya Niti: ये है दुनिया का सबसे कड़वा सच, जिससे है आधे लोग बेखबर

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार, जो भी व्यक्ति अपने जीवन को सुख शांति से व्यतीत करना चाहता है. उसे अपने जीवन में नित्य परिश्रम करते रहना चाहिए. इसके साथ ही उसे सदैव धैर्य और संतोष का परिचय देना चाहिए,
तभी जाकर वह एक सफल जीवन व्यतीत कर पाता है. चाणक्य नीति में बताई गई बातें व्यक्ति को सफल जीवन की ओर ही अग्रसारित करती हैं,
इसी तरह से चाणक्य ने दुनिया के एक ऐसे कड़वे सच से लोगो को अवगत कराया है, जिससे दुनिया के अनेक लोग बेखबर हैं, लेकिन हर किसी पर उसका प्रभाव अवश्य पड़ता है. तो चलिए जानते हैं…

क्या है वह कड़वा सच, जिसको जानना है जरूरी
कस्य दोषः कुले नास्ति व्याधिना को न पीडितः।
व्यसनं केन न प्राप्तं कस्य सौख्यं निरन्तरम् ।।
उपरोक्त श्लोक के अनुसार चाणक्य ने कहा है कि ऐसा कोई कुल नहीं है जहां पर दोष मौजूद ना हो. ऐसा कोई व्यक्ति इस धरती पर मौजूद नहीं है, जिसने लंबे समय तक सिर्फ सुख भोगा हो.
इतना ही नहीं ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जिसे कभी कोई बीमारी ना हुई हो. जीवन में दुख और सुख दोनों ही समान अवस्था में आते जाते रहते हैं. ऐसे में इस संपूर्ण संसार में ना तो कोई व्यक्ति पूरा सुखी है और ना ही कोई पूरा दुखी,

लेकिन फिर भी आम आदमी हमेशा अपनी किस्मत को दोष देता रहता है, जबकि एक सज्जन और साधु व्यक्ति दुख और सुख दोनों ही अवस्था में समान रहता है. जिसके परिणाम स्वरुप वह अपने जीवन को सफल बना लेता है,
जबकि इसके विपरीत जो व्यक्ति हमेशा कमियां ढूंढता है और दोष निकालता है, वह जीवन भर परेशान रहता है कभी भी संतोष नहीं प्राप्त कर पाता है.
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ऐसे में आवश्यक है कि व्यक्ति को जीवन की हर अवस्था में सामान परिचय देना चाहिए, ताकि उसका जीवन भी सफलता से व्यतीत हो सके.