Char Dham Yatra 2022: इसलिए जरूरी है चार धाम की यात्रा, होते हैं कई सारे लाभ…जानिए क्यों करनी चाहिए?
Char Dham Yatra 2022: पिछले दो सालों से कोरोना के कारण चार धाम की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, जिस कारण कई सारे लोग चार धाम की यात्रा से वंचित रह गए थे. लेकिन इस बार पुनः चार धाम की यात्रा शुरू कर दी गई है.
ऐसे में इस बार आप केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के दर्शन आसानी से कर सकेंगे. जिसके चलते देवभूमि यानि उत्तराखंड से बाहर रह रहे लाखों भारतीयों ने काफी पहले से ही चार धाम यात्रा की तैयारियां शुरू कर दी है.
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इसके लिए पहले से ही होटल और धाम आदि में बुकिंग चालू है. तो वहीं धामी सरकार भी चार धाम की यात्रा पर आने वाले भक्तों की सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर रही है. और अगर आप भी इस बार अपने परिवार के साथ चार धाम की यात्रा पर जाने का विचार बना रहे हैं,
तो आपको ये अवश्य जानना चाहिए… कि चार धाम की यात्रा क्यों करनी चाहिए और इससे क्या लाभ होता है? हमारे आज के इस लेख में हम आपको इसी के बारे में बताने वाले हैं.
चार धाम की यात्रा क्यों करनी चाहिए?
- हर भारतीय जो भी हिंदू है, उसे अपने सम्पूर्ण जीवन में एक बार चार धाम की यात्रा अवश्य करनी चाहिए.
- मान्यता है कि जो भी व्यक्ति चार धाम की यात्रा पर जाता है, उसे जीवन में मोक्ष की प्राप्ति होती है.
- चार धाम की यात्रा पर जाने से व्यक्ति जन्म मृत्यु के बंधन से हमेशा के लिए मुक्त हो जाता है.
- जो भी भारतीय उत्तराखंड में स्थित चारों धामों की यात्रा करता है, वह देश की सभ्यता और संस्कृति से परिचित होता है.
5. चार धाम की यात्रा व्यक्ति को मानसिक सुख प्रदान करती है. यहां आकर आप अपनी सारी चिंताओं और परेशानियों को भूल जाते हैं.
6. चार धाम की यात्रा व्यक्ति के जीवन की मुक्ति का अनोखा मार्ग प्रशस्त करती है.
7. चार धाम की यात्रा व्यक्ति को सन्मार्ग की ओर ले जाती है, जिससे व्यक्ति भौतिक सुखों से दूर होकर रीति रिवाजों और प्राचीन हिंदू सभ्यता से जुड़ता है.
8. कहते हैं जो व्यक्ति अपने जीवन में इन चारों धामों की यात्रा नहीं करता है, उसकी आत्मा कभी तृप्त नहीं हो पाती है.
तो इस प्रकार, चार धाम की यात्रा का विशेष धार्मिक महत्व है. चार धाम की यात्रा के विषय में धार्मिक ग्रंथों में प्रचलित है कि चार धाम वही स्थल है जहां पृथ्वी और स्वर्ग आपस में मिलते हैं. इसलिए प्रत्येक भारतीय को एक बार अवश्य ही चार धाम की यात्रा पर जाना चाहिए.