Devi Laxmi Mantra: आज के दिन अपनी राशि के मुताबिक करें लक्ष्मी जी के इन मंत्रों का जाप, होगा धन का लाभ…

Devi Laxmi Blessings

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Devi Laxmi Mantra: देवी लक्ष्मी की कृपा की बदौलत ही व्यक्ति के जीवन में खुशियां दस्तक देती हैं. यही कारण है कि लक्ष्मी जी की पूजा का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. देवी लक्ष्मी की कृपा जिस पर भी पड़ती है, उसके जीवन में सदा सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है. इतना ही नहीं, देवी लक्ष्मी धन दौलत का प्रतीक हैं, यानि जिसके घर में मां लक्ष्मी का वास होता है. वहां कभी भी आर्थिक परेशानियां नहीं आती हैं.

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ऐसे में आज शुक्रवार का दिन जोकि देवी लक्ष्मी की पूजा को समर्पित है, यदि आज के दिन आप देवी लक्ष्मी के इन खास मंत्रों का जाप करते हैं, तो आपको भी धन औऱ कामों में सफलता मिलती है. हमारे आज के इस लेख में हम आपको देवी लक्ष्मी के उन खास मंत्रों के बारे में बताएंगे, जिनका राशि के अनुसार जाप करके आपके ऊपर भी देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रह सकती है. तो चलिए जानते हैं…

देवी लक्ष्मी के खास मंत्रों के बारे में, जिनका जाप करके आपको मिलती है देवी की कृपा…

मां लक्ष्मी का बीज मंत्र

ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नमः

लक्ष्मी गायत्री मंत्र

ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ

महालक्ष्मी मंत्र

ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्ये नम:

महालक्ष्मी च विद्महे,
विष्णुपत्नी च धीमहि,
तन्नो लक्ष्मी: प्रचोदयात्

ॐ श्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै श्रीं श्रीं ॐ नम:

राशि के अनुसार करें मंत्रों का जाप…

मेष- ॐ ऐं क्लीं सौं:
वृषभ – ॐ ऐं क्लीं श्रीं
मिथुन – ॐ क्लीं ऐं सौं:
कर्क- ॐ ऐं क्लीं श्रीं
सिंह- ॐ ह्रीं श्रीं सौं:
कन्या- ॐ श्रीं ऐं सौं:
तुला- ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं
वृश्चिक- ॐ ऐं क्लीं सौं:
धनु- ॐ ह्रीं क्लीं सौं:
मकर- ॐ ऐं क्लीं ह्रीं श्रीं सौं:
कुंभ- ॐ ह्रीं ऐं क्लीं श्रीं
मीन- ॐ ह्रीं क्लीं सौं:

देवी लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करने से पहले ध्यान देने योग्य बातें

मंत्र उच्चारण और जाप के दौरान शुद्ध देशी घी का दीया मंदिर में जलता रहना चाहिए.
देवी लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करते समय कमलगट्टे की माला या स्फटिक की माला का प्रयोग अवश्य करें.
कोई भी मंत्र 11 बार से कम बार उच्चारित ना करें.
मंत्रों का जाप सदा आसन पर बैठकर करें, इससे आपको शुभ फल मिलता है.
मंत्र जाप के बाद माला को माथे से लगाकर पूजा में ही रख दें.

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