Draupadi story: पांचों पांडवों में से केवल इस पांडव ने दिया था हर कदम पर द्रौपदी का साथ, जानें…
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Draupadi story: महाभारत की कथा तो आपने अवश्य सुनी होगी. महाभारत की कथा में एक तरफ कौरव और दूसरी तरफ पांडव. यानि एक तरफ धर्म और दूसरी तरफ अधर्म. महाभारत का युग वह युग था, जहां अधर्म का नाश करने के लिए भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण ने जन्म लिया था और पांडवों का साथ देकर अधर्म यानि कौरवों का नाश किया था. महाभारत की कथा में पांडवों की पत्नी द्रौपदी का भी अहम योगदान रहा. द्रौपदी जोकि पांचों पांडवों की पत्नी थी, उन्हें स्वयंवर में अर्जुन ने जीता था, लेकिन माता कुंती की वजह से द्रौपदी पांच पांडव की पत्नी कहलाई.
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लेकिन क्या आप जानते हैं कि द्रौपदी पांचों पांडवों में से सबसे अधिक प्रेम किसे किया करते थे? हमारे आज के इस लेख में हम आपको इसी के बारे में जानकारी देने वाले हैं. तो चलिए जानते हैं…
द्रौपदी पांचों पांडवों में किससे करती थी सबसे ज्यादा प्रेम?
पांचाल देश की राजकुमारी पांचाली यानी द्रौपदी का विवाह पांचों पांडवों युधिष्ठिर, अर्जुन, भीम नकुल और सहदेव के साथ हुआ था. हालांकि द्रौपदी को स्वयंवर में अर्जुन ने जीता था, जिस कारण द्रौपदी सबसे ज्यादा प्रेम अर्जुन को किया करती थी,
हालांकि अर्जुन जिनकी और भी पत्नियां थी, ऐसी में द्रौपदी का सबसे अधिक ख्याल भीम रखा करते थे. वही सबसे ज्यादा द्रौपदी के हर काम में उनकी सहायता किया करते थे. जिसका एहसास द्रौपदी को काफी समय बाद हुआ था.
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द्रौपदी को दिए वचन के बाद ही भीम ने 100 कौरवों का नाश किया था और द्रौपदी के चीरहरण का बदला भीम ने ही दुर्योधन से लिया था. जब पांडवों ने 12 साल तक वनवास का समय काटा था,
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उस दौरान द्रौपदी को अपने कंधों पर भीम ही उठाकर चला करते थे. द्रौपदी के अपमान का बदला भीम ने ही राजा कीचक से भी लिया था, इस प्रकार द्रौपदी को सबसे अधिक प्रेम पांडव भीम किया करते थे.