Ganesh chaturthi 2023: गणपति बप्पा को घर लाने से पहले जान लें स्थापना से जुड़े जरूरी नियम

 
Ganesh chaturthi 2023

Ganesh chaturthi 2023: भाद्रपद के महीने में जन्माष्टमी के अलावा गणेश चतुर्थी का भी बेसब्री से इंतजार किया जाता है. गणेश उत्सव वाले दिन विशेष तौर पर गणपति बप्पा (ganpati bappa) का धूमधाम से स्वागत किया जाता है और गणेश चतुर्थी का पर्व कल 10 दिनों तक आयोजित होता है.

इस दौरान गणपति बप्पा की प्रतिमा को अपने घरों में स्थापित करके लोग उनकी पूजा करते हैं. गणपति उत्सव की धूम भारत के महाराष्ट्र राज्य में सबसे अधिक देखी जाती है. इसके अलावा अन्य राज्यों में भी गणेश चतुर्थी का पर्व बेहद हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं. इस बार भी गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) की तैयारी काफी जोरों शोरों से की जा रही है.

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ऐसे में गणेश चतुर्थी वाले दिन यदि आप भी अपने घर बप्पा की स्थापना करने का विचार बना रहे हैं, तो आज हम आपको गणपति स्थापना से जुड़े आवश्यक नियमों के बारे में बताएंगे, जिन्हें जानकर आप अवश्य ही गणपति जी (ganpati ji) की स्थापना से पहले उपरोक्त बातों का ध्यान रखेंगे, आईए जानते हैं... 

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 गणपति स्थापना का शुभ मुहूर्त

 19 सितंबर सुबह 10:50 से लेकर 12:52 तक


गणपति स्थापना के आवश्यक नियम

  • गणपति बप्पा को आप जब भी घर लेकर आएं तो घर की उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करें.
  •  गणपति बप्पा को जिस भी जगह पर विराजित करें उसे स्थान को पहले गंगाजल से शुद्ध कर लें.
  •  गणपति बप्पा को कभी भी घर पर लाकर सीधे जमीन पर ना रखें बल्कि एक चौकी पर लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाकर उस पर गणपति को गणपति विराजित करें.
  •  गणपति बप्पा की स्थापना के 5, 7 या 10 दिन बाद ही गणपति विसर्जन की प्रक्रिया पूर्ण करें, अन्यथा बप्पा आपसे नाराज हो जाते हैं.
  •  गणपति स्थापना के बाद कभी भी बप्पा को घर पर अकेले छोड़कर ना जाए. नियमित तौर पर गणपति बप्पा की पूजा अर्चना करें.
  •  गणेश चतुर्थी वाले दिन जब आप गणपति बप्पा को घर लेकर आएं, तब उनके आसपास उन्हें प्रिय समस्त चीजें ही बप्पा को अर्पित करें.
  • भूल से भी गणपति जी के आसपास चमड़े की कोई वस्तु ना रखें और ना ही गणपति जी को तुलसी चढ़ाएं, अन्यथा गणपति बप्पा आपसे नाराज हो जाते हैं.
  •  गणपति स्थापना के बाद नियमित तौर पर गणेश जी की भजन संध्या आयोजित करें. इस दौरान आसपास के लोगों को बुलाकर बप्पा की उपासना करें. उसके बाद गणपति बप्पा को अर्पित प्रसाद सब लोगों में जरूर बांटें.

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