Ganesh chaturthi 2023: गणपति स्थापना से पहले जान लें क्या है जरूरी नियम, वरना हो जाएगी भूल

 
Ganesh chaturthi 2023

Ganesh chaturthi 2023: हर साल भाद्रपद के महीने में गणेश उत्सव बेहद धूमधाम के साथ आयोजित किया जाता है. गणेश उत्सव वाले दिन विशेष तौर पर गणपति बप्पा की उपासना की जाती है. गणपति बप्पा (ganpati bappa) जिन्हें देवों में सर्वप्रथम पूजा जाता है.

कहते हैं जिस भी व्यक्ति पर गणेश जी की कृपा बनी रहती है, उस व्यक्ति का कोई भी बाल बांका नहीं कर सकता. इसके साथ ही उसे व्यक्ति को हर क्षेत्र में सफलता मिलती है.

यही कारण है कि गणेश चतुर्थी (ganesh chaturthi) वाले दिन लोग अपने घरों में गणपति स्थापना करते हैं और 10 दिनों तक बप्पा की सेवा करते हैं.

साल 2023 में गणेश चतुर्थी 19 सितंबर को मनाई जाएगी. ऐसे में गणेश चतुर्थी से पहले आप गणपति स्थापना से जुड़े आवश्यक नियम जान लें, आईए जानते हैं...

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गणपति स्थापना का शुभ मुहूर्त

19 सितंबर को सुबह 10:50 मिनट से 12:52 मिनट तक और अतिशुभ मुहूर्त 12:52 मिनट से 02:56 मिनट तक
 

गणेश चतुर्थी पर कैसे करें गणेश जी की स्थापना? 

  •  गणेश चतुर्थी वाले दिन यदि आप गणपति बप्पा की प्रतिमा घर लेकर आए, तो उसे उत्तर पूर्व दिशा में ही विराजित करें.
  •  गणेश चतुर्थी वाले दिन बप्पा की प्रतिमा को स्थापित करने से पहले उसे स्थान को गंगाजल से धो लें, उसके बाद वहां पीले रंग का कपड़ा बिछाएं. फिर गणपति जी (ganpati ji) की प्रतिमा को स्थापित करें.
  •  ध्यान रहे गणपति बप्पा के आसपास कोई भी चमड़े का सामान मौजूद नहीं होना चाहिए, अन्यथा बप्पा आपसे नाराज हो जाते हैं.
  •  गणपति बप्पा की स्थापना के बाद आप उन्हें अपने घर पर 5, 7 या 10 दिन अवश्य रखें. इससे पहले गणपति बप्पा का स्थान परिवर्तन ना करें.
  •  गणपति बप्पा को भूल से भी तुलसी की पत्तियां, टूटे हुए चावल या सफेद रंग के वस्त्र और सफेद जनेउ अर्पित ना करें, अन्यथा बप्पा आपसे नाराज हो जाते हैं.
  •  गणेश चतुर्थी पर यदि आप घर पर गणेश जी की स्थापना करने वाले हैं, तब ध्यान रहे गणपति बप्पा को अकेला छोड़कर ना जाएं और नियमित तौर पर सुबह शाम उनकी उपासना अवश्य करें.
  •  रोजाना नियमित तौर पर गणेश जी की उपासना करें और उन्हें प्रिय दूर्वा, मोदक, रोली, सिंदूर, फूल, धूप, दीया आदि अवश्य अर्पित करें.
  •  गणपति जी की स्थापना के बाद गणपति विसर्जन भी करना बेहद आवश्यक है. इस दौरान एकजुट होकर गणपति बप्पा के विसर्जन की तैयारी करें.

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