Ganesh Mandir: देवभूमि में मौजूद है एक ऐसा मंदिर, जहां होती है बिना सिर वाले गणेश जी की पूजा
Ganesh Mandir: हिंदू धर्म में भगवान गणेश को देवों में सबसे पहले पूजा जाता है. आज बुधवार का दिन भी भगवान गणेश की पूजा का दिन है. ऐसे में जो भी व्यक्ति बुधवार के दिन भगवान गणेश की विधि विधान से पूजा अर्चना करता है, उसके जीवन में भगवान गणेश अपना आशीर्वाद सदा बनाए रखते हैं. ऐसे में हमारे आज के इस लेख में हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने वाले हैं, जहां पर भगवान गणेश की बिना सिर वाली मूर्ति पूजी जाती है. कहा जाता है कि जो भी इस मंदिर में जाकर भगवान गणेश की प्रतिमा के दर्शन करता है, और पूर्ण श्रद्धा और सच्चे मन के साथ भक्ति करता है, ऐसे व्यक्ति पर विघ्नहर्ता कभी कोई संकट नहीं आने देते. तो चलिए जानते हैं…
भगवान गणेश के चमत्कारी मंदिर का रहस्य
उत्तराखंड वैसे तो देवों की भूमि कही जाती है, जहां महादेव के सबसे अधिक मंदिर पाए जाते हैं, लेकिन देवभूमि में भगवान गणेश का भी एक ऐसा मंदिर मौजूद है, जहां उनकी सिर कटी प्रतिमा की विशेष पूजा अर्चना की जाती है.
गणेश का यह मंदिर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में मौजूद है. जिसे मुंड कटिया मंदिर के नाम से जाना जाता है. कहा जाता है इसी मंदिर में भगवान शिव के द्वारा गणेश जी के सिर से अलग किए गए धड़ की पूजा होती है.
भगवान गणेश की प्रतिमा को देखने के लिए दूर-दूर से लोग यहां पहुंचते हैं और गणपति के दर्शन करते हैं. जैसा की आपको विदित है कि एक बार जब माता पार्वती स्नान करने गई थी.
तब उन्होंने गणेश जी को बाहर पहरा देने के लिए कहा था, लेकिन जी ने महादेव को अंदर जाने से रोका तब क्रोध में आकर शिव जी ने गणेश जी के सिर को धड़ से अलग कर दिया था,
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यही कारण है कि भगवान गणेश के सिर को धड़ से अलग की हुई प्रतिमा इस मंदिर में पूजी जाती है.