Garuda Purana: गरुड़ पुराण हिंदू धर्म में बेहद प्राचीन माना गया है. गरुड़ पुराण में लिखी गई बातों को व्यक्ति के जीवन से लेकर मृत्यु तक सत्य माना गया है. इसी तरह से यदि किसी व्यक्ति की अकाल मृत्यु हो जाती है, यानी यदि कोई व्यक्ति असमय मृत्यु को प्राप्त हो जाता है, तो ऐसा माना जाता है कि उसकी आत्मा भटकने लगती है. जबकि माना जाता है कि यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु उसके निश्चित समय पर होती है, तो उसकी आत्मा को स्वर्ग और नरक की प्राप्ति होती है, लेकिन यदि किसी व्यक्ति को अकाल मृत्यु प्राप्त हो, तो गरुड़ पुराण में अकाल मृत्यु प्राप्त होने वाली आत्मा के साथ क्या होता है इस बारे में बताया गया है, इसके साथ यह भी बताया गया है कि किन व्यक्तियों को अपने जीवन में अकाल मृत्यु प्राप्त होती है. तो चलिए जानते हैं…

अकाल मौत से मरने के बाद आत्मा का क्या होता है?
गरुड़ पुराण के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की मौत अकाल हुई है, तो ऐसे व्यक्ति की आत्मा हमेशा भटकती रहती है और उसे कभी भी शांति नहीं मिलती.
अकाल मृत्यु का शिकार हुई आत्मा जब तक उसकी आयु पूरी नहीं हो जाती, तब तक वह भटकती ही रहती है.
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गरुड़ पुराण के मुताबिक यदि किसी नवविवाहित महिला की अकाल मृत्यु होती है, तो वह चुड़ैल का रूप धारण करती है. जबकि यदि किसी स्त्री की मृत्यु होती है,
तब वह अलग-अलग योनियों में प्रवेश करती है. जबकि अगर कोई कुंवारी कन्या अकाल मृत्यु को प्राप्त करती है, तो माना जाता है कि उसे देव योनि मिलती है.

किन लोगों को प्राप्त होती है अकाल मृत्यु?
गरुड़ पुराण के मुताबिक, जो लोग अपने जीवन में सबसे अधिक कुकर्म करते हैं, स्त्रियों का शोषण करते हैं, झूठ बोलते हैं, ऐसे लोगों को अपने जीवन में अकाल मृत्यु का सामना करना पड़ता है.