Guru asta upay: गुरु हो चुके हैं अस्त, इन कामों को करने से ही जागेगा भाग्य
Guru asta upay: ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति ग्रह को ग्रहों में सबसे ऊंचा दर्जा दिया गया है. गुरुदेव बृहस्पति समस्त ग्रहों में सबसे उच्च माने गए हैं. किसी भी व्यक्ति की कुंडली में मौजूद गुरु ग्रह उसके दांपत्य जीवन और नौकरी व कार्यक्षेत्र में तरक्की के लिए आवश्यक है. यही कारण है कि ज्योतिष शास्त्र में गुरु ग्रह को सदैव शुभ अवस्था में रखने को कहा जाता है.
इन दिनों जब गुरु अपनी स्वराशि मीन में अस्त हो चुके हैं, तब इसका ज्योतिष की 12 राशियों के ऊपर काफी विशेष प्रभाव पड़ रहा है. ऐसे में गुरु ग्रह के अस्त होने पर आपको अपनी राशि अनुसार कुछ एक उपाय अवश्य करनी चाहिए, ताकि गुरु ग्रह का बुरा प्रभाव आपके जीवन पर ना पड़ने पाए. तो चलिए जानते हैं…
गुरु के अस्त होने पर किन उपायों को करने से होगा लाभ
1. मेष राशि के जातक अपने माता पिता और गुरु की सेवा करें. इसके साथ ही देवी दुर्गा की उपासना करनी चाहिए.
2. वृषभ राशि के जातकों को गुरु को दान पुण्य करना चाहिए और बृहस्पति देव के मंत्रों का जाप अवश्य करना चाहिए.
3. मिथुन राशि के जातकों को भगवान विष्णु की आराधना करनी चाहिए. इसके साथ ही विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ भी अवश्य करना चाहिए.
4. कर्क राशि के जातकों को सत्यनारायण की कथा करनी चाहिए और गुरुवार के व्रत का पालन करना चाहिए
5. सिंह राशि के जातकों को गुरु के अस्त होने पर पीले रंग के वस्त्र पहनने चाहिए.
6. कन्या राशि के जातकों को गुरु के अस्त होने पर ओम बृं बृहस्पतये नमः मंत्र का जप करना चाहिए.
7. तुला राशि के जातकों को जरूरतमंद व्यक्ति को अपनी श्रद्धा अनुसार दान करने करना चाहिए.
8. वृश्चिक राशि के जातकों को गुरु के अस्त होने पर पुखराज पहनना फलदायी माना गया है.
9. धनु राशि के जातकों को इन दिनों पीपल की जड़ पहननी चाहिए या गरीबों को दान पुण्य करना चाहिए.
10. मकर राशि के जातकों को पांच मुखी रुद्राक्ष पहनना चाहिए.
11. कुंभ राशि के जातकों को गुरु के अस्त होने पर 108 बार ओम ग्रां ग्रीं ग्रों स: गुरुवे नमः मंत्र का जप करना चाहिए.
12. मीन राशि के जातकों को गुरु के अस्त होने पर भगवान शिव का स्मरण करना चाहिए. इसके साथ ही शिव सहस्त्रनाम स्त्रोत का जप करना चाहिए.
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