hanuman ji ke doha in hindi: जीवन में होना चाहते हैं सफल, तो हर मंगलवार कीजिए बजरंगबली के इन सरल दोहों का पाठ…जरूर मिलेगा लाभ
hanuman ji ke doha in hindi: हनुमान जी को कलियुग के देवता के तौर पर पूजा जाता है. जोकि माने जाते हैं कि कलियुग में भगवान की मूर्त है.
हनुमान जी हिंदू धर्म के 7 चिरंजीवियों में से एक हैं. जिन्हें राम भक्त हनुमान, बजरंगबली, बालाजी, वीर बजरंगी आदि नाम से भी जाना जाता है.
कहते हैं जो भी भक्त हनुमान जी की पूर्ण भक्ति और श्रद्धा के साथ भक्ति करता है. हनुमान जी सदा उसपर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं.
ये भी पढ़े:- आज कहां मिलेंगे हनुमान जी…और कैसे होंगे बजरंगबली के साक्षात दर्शन? जानिए
हनुमान जी अपने भक्तों की सदा बुरी आत्माओं के प्रकोप से रक्षा करते हैं. साथ ही उनको बल, बुद्धि और ज्ञान का आशीर्वाद देते हैं.
ऐसे में यदि आप भी मंगलवार के दिन हनुमान जी के व्रत का पालन करते हैं और उनके भक्त हैं, तो आज के दिन आप उनके निम्न दोहों का पाठ अवश्य करें.
जिसको पढ़ने मात्र से ही आपके जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाएंगे और आप जीवन में जो चाहते हैं, उसे आसानी से प्राप्त कर सकेंगे.
यहां पढ़िए हनुमान जी के दोहे….
बुद्धिहीन तनु जानि के, सुमिरौ पवन कुमार,
बल बुद्धि विद्या देहु मोहि हरहुं कलेश विकार !!
अगर व्यक्ति रोजाना इस दोहे का जाप करें तो व्यक्ति के समस्त दुःख और क्लेश दूर हो जाते हैं। जबकि बजरंगबली अपने भक्त को बल, बुद्धि, विद्या देते हैं।
भूत पिसाच निकट नहीं आवे,
महावीर जब नाम सुनावे!!
अगर आप रोजाना इस दोहे का एक माला सुमरन करते हैं तो आप बुरी शक्तियों से दूर रहेंगे। आपके जीवन में सकरात्मक ऊर्जा का संचार होगा।
नासे रोग हरे सब पीड़ा,
जपत निरंतर हनुमत बीड़ा!!
इस दोहे की एक स्फटिक माला जाप से व्यक्ति को बड़ी से बड़ी बीमारी से मुक्ति मिलती है। साथ ही अगर आप इस दोहे का जाप हर मंगलवार को बजरंगबली की प्रतिमा के समक्ष करते हैं तो आप सेहत से संबंधित सभी परेशानियों से दूर रहेंगे।
अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता,
अस बर दीन जानकी माता !!
माता जानकी की कृपा से बजरंबली अष्ट सिद्धि और नव निधि के दाता हैं। अतः जो भक्त रोजाना ब्रह्म बेला में इस दोहे का जाप एक माला करता है। उसे बजरंगबली अष्ट सिद्धि और नव निधि का वरदान प्रदान करते हैं।
विद्यावान गुनी अति चातुर,
राम काज करिबे को आतुर!!
इस दोहे के जाप से व्यक्ति को विद्या, बुद्धि और धन की प्राप्ति होती है, क्योंकि धार्मिक ग्रंथों में लिखा है कि जहां बुद्धि होती है वहीं धन भी ठहरता है।