Hanuman ji name: मारुति से कैसे बनें हनुमान? अगर आप भी हैं बजरंगबली के भक्त, तो जरूर जानें...
Hanuman ji name: हर मंगलवार को भगवान श्री राम के भक्त हनुमान जी का दिन होता है. इस दिन विशेष तौर पर बजरंगबली के भक्त उनका आशीर्वाद पाने के लिए विधि विधान से उनकी पूजा अर्चना करते हैं. ऐसे में कल मंगलवार के दिन अगर आप भी हनुमान जी की पूर्ण भक्ति करते हैं, तो आपको यह अवश्य जाना चाहिए कि बजरंगबली को हनुमान जी के नाम से क्यों बुलाया जाता है? यानि उनका नाम माता अंजनी के पुत्र मारुति से हनुमान कैसे पड़ा. हमारे आज के इस लेख में हम आपको इसी के बारे में बताने वाले हैं. तो चलिए जानते हैं….
बजरंगबली को क्यों कहा जाता है हनुमान?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जब बजरंगबली यानी मारुति को एक बार बचपन में काफी तेज भूख लगी. ऐसे में उनकी माता अंजनी जब किसी अन्य काम में व्यस्त हैं, तब वह बजरंगबली को खाने के लिए कुछ नहीं दे पाईं, जिसके चलते बजरंगबली ने आसमान में सूरज को देख कर उसे खाने की इच्छा जताई,
और वह थोड़ी ही देर में सूर्य मंडल के काफी करीब पहुंच गए, इस दौरान सूर्य ग्रहण हो रहा था, इस दौरान राहु भी सूर्य को निगलने के लिए आ रहा था. ऐसे में जब बजरंगबली को लगा कि वह (राहु) उनसे उनका फल (सूर्य) छीनने आ रहा है, जिसके बाद बजरंगबली ने राहु को वहां से भगा दिया, जिसके बाद राहुल इंद्रदेव की शरण में पहुंचे और उनसे मदद मांगी.
जिस पर इंद्रदेव ने बजरंगबली पर व्रज से प्रहार कर दिया. इंद्रदेव के प्रहार से हनुमान जी की ठुड्डी हमेशा के लिए टेढ़ी हो गई. ऐसे में इंद्रदेव के व्यवहार से क्रोधित होकर पवन देव ने संपूर्ण संसार में चलने वाली हवा को रोक दिया. जिससे धरती पर जीवन का खतरा उत्पन्न होने लगा.
ऐसे में सभी देवी देवता पवन देव को मनाने के लिए उनके पास पहुंचे, जिस पर उन्होंने अपने बालक हनुमान को दोबारा वैसा ही करने को कहा. जिस पर सभी देवी देवता ने पवन देवता की बात मानते हुए हनुमान जी को पुनः वैसा ही कर दिया और उनको ढेर सारे वरदान भी दिए, लेकिन वज्र के प्रहार की वजह से हनुमान जी की ठुड्डी टेढ़ी हो गई,
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कहते हैं इसी वजह से बजरंगबली को हनुमान जी के नाम से जाना जाता है. लेकिन सभी देवी देवताओं से मिली आशीर्वाद की वजह से हनुमान जी की शक्ति दुगनी चौगुनी बढ़ गई थी, यही कारण है कि बजरंगबली को कलियुग के प्रमुख देवता के तौर पर पूजा जाता है.