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Khatu shyam mandir: कैसे स्थापित हुआ खाटू श्याम का पवित्र मंदिर? जानें रोचक कहानी

 

Khatu shyam mandir: खाटू श्याम कलियुग के प्रमुख देवता के तौर पर पूजे जाते हैं. जिनका प्रसिद्ध मंदिर राजस्थान के खाटू में मौजूद है, जिसे बाबा खाटू श्याम के मंदिर के नाम से जाना जाता है. बाबा खाटू श्याम का मंदिर उनके भक्तों के लिए विशेष धार्मिक महत्व रखता है.

जैसा कि आपको विदित है कि महाभारत के पांडव भीम के प्रपौत्र बरबरी को ही बाबा खाटू श्याम के तौर पर पूजा जाता है, ऐसे में उनका धार्मिक स्थल राजस्थान के सीकर जिले में मौजूद है.

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धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो भी व्यक्ति बाबा खाटू श्याम के दरबार में जाता है, बाबा खाटू श्याम उसकी सारी मुरादों को पूरा करते हैं और वह जो भी मांगता है उसको अवश्य देते हैं, इसलिए बाबा खाटू श्याम को हारे का सहारा कहा जाता है,

लेकिन क्या आप जानते हैं कि राजस्थान के सीकर जिले में स्थित बाबा खाटू का यह मंदिर कैसे निर्मित हुआ, यदि नहीं तो हमारे आज के इस लेख में हम आपको इसी के बारे में जानकारी देने वाले हैं.

राजस्थान में स्थित बाबा खाटू श्याम के मंदिर की ये है निर्माण कहानी

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बाबा खाटू श्याम का शीश राजस्थान के खाटू गांव में मिला था. कहा जाता है कि एक बार जब खाटू गांव में एक गाय के थन से दूध अपने आप बहने लगा, तब उस जगह पर खुदाई करने पर बाबा खाटू का सिर मिला था,

जिसके बाद उस सिर को एक पुजारी को सौंप दिया गया, किताबी उस क्षेत्र के शासक को एक मंदिर बनाने का सपना आया, कहते हैं उसी मंदिर में फिर बाबा खाटू के सिर को स्थापित कर दिया गया.

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इस प्रकार 1027 ईस्वी में बाबा खाटू का मंदिर अस्तित्व में आया, जिसका विशेष धार्मिक महत्व है. बाबा खाटू श्याम के इस मंदिर में उनकी मूर्ति को मुख्य घर गर्भ ग्रह में स्थापित किया गया है,

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जिनके दर्शन मात्र से व्यक्ति के जीवन की अधिकांश समस्याएं हल हो जाती है. इसलिए आपको बाबा खाटू श्याम का मंदिर अवश्य दर्शन के लिए जाना चाहिए.