Lord Vishnu Avtar: भगवान विष्णु कलियुग में लेने वाले हैं ये अवतार, जानें कब और कहां?

 
Lord Vishnu Avtar: भगवान विष्णु कलियुग में लेने वाले हैं ये अवतार, जानें कब और कहां?

Lord Vishnu Avtar: कल्कि अवतार विष्णु पुराण और भगवत पुराण में वर्णित एक अवतार है, पुराणों में ऐसी मान्यता है कि कलियुग के अंत में कल्कि अवतार प्रकट होंगे. कहा जाता है कि यह अवतार भगवान विष्णु का आखिरी अवतार होगा, जो कलियुग की अधर्मिकता, कपट, दुराचार, और  को दूर करने के लिए प्रकट होगा. कल्कि अवतार को काल अवतार भी कहा जाता है, जिसका अर्थ होता है "काल का अवतार".

इस अवतार में भगवान कृष्ण के धारण की गई रूपरेखा को भी दिखाया जाता है. कल्कि अवतार के द्वारा भगवान विष्णु कहीं न कहीं अधार्मिकता का नाश करते हैं और सत्य और धर्म की विजय को स्थापित करते हैं.इसके बारे में विस्तृत विवरण और गहराई में जानकारी पुराणों और धार्मिक ग्रंथों में मौजूद है. हालांकि, व्यक्तिगत विश्वास और पंथगत परंपरा के अनुसार, व्यक्ति को इस अवतार का आगमन और पहचान करने का आदेश है.

WhatsApp Group Join Now

भगवान विष्णु (Lord Vishnu Avtar) का कलियुग अवतार

कल्कि अवतार के आगमन के संबंध में अलग-अलग धार्मिक धारणाओं और संप्रदायों के बीच मतभेद हो सकते हैं. पुराणों में वर्णन है कि भगवान विष्णु (Lord Vishnu Avtar) ने कहा था कलियुग में उनका अवतार कलिकालचक्र या कलिकाल कहलायेगा . यह अवतार आपत्तिजनक, अधार्मिकता की वजह से लोगों को रक्षा करने के लिए उपस्थित होगा.  आपको बता दें कि कलियुग में भगवान विष्णु (Lord Vishnu Avtar) के द्वारा अवतारित किए गए एक प्रमुख अवतार हैं श्रीकृष्ण.

भगवान श्रीकृष्ण कृष्णावतार के रूप में विख्यात हैं, जो द्वापर युग में पृथ्वी पर आए थे. औऱ श्रीकृष्ण ने महाभारत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. और उनकी श्रीमद्भगवद्गीता भागवत पुराण के रूप में आज भी प्रसिद्ध है. इस ग्रंथ में उन्होंने मानवता को आध्यात्मिक संदेश और जीवन के मार्गदर्शन की दिशा में शिक्षा दी. कृष्णावतार के बाद कलियुग के समय में अब तक भगवान विष्णु (Lord Vishnu Avtar) का कोई अवतार सम्पूर्णतः स्थापित नहीं हुआ है.

कलिकालचक्र के अनुसार, कलियुग का समापन होने के बाद भगवान विष्णु अपना महाप्रलय अवतार अध्यात्मिक और सांसारिक सृष्टि को संचालित करेंगे. तब वे आयेंगे और इस युग को समाप्त करने के लिए उनकी दिव्य शक्ति का उपयोग करेंगे. यह जानकारी विभिन्न हिंदू धर्मशास्त्रों और पुराणों में वर्णित की गई है.

कहा जाता है कि इसके अनुसार ४,३२० वीं शती में कलियुग के अन्त के समय कल्कि अवतार होंगे.कल्कि जन्म से ही 64 कलाओ से परिपूर्ण होंगे इससे यह स्पष्ट होता है कि उनके जन्म के समय सभी ग्रह उच्च अवस्था मे होंगे.

ये भी पढ़ें- भगवान विष्णु का आखिरी अवतार होगा कलियुग का अंत…जानिए क्या होगा तब?

Tags

Share this story