Manglik Dosha: मंगल दोष बन रहा है आपकी शादी में बाधा, तो जरूर करें इस मंदिर में पूजा-पाठ
Manglik Dosha: हिंदू धर्म में विवाह के लिए लड़का और लड़की दोनों की कुंडलियां देखी जाती है. ऐसे में लड़का या लड़की की कुंडली में यदि मंगल दोष मौजूद होता है, तो ऐसे विवाह को श्रेष्ठ नहीं माना जाता.ऐसे में कई बार मंगल दोष की वजह से लड़का और लड़की दोनों के ही विवाह में काफी अड़चनें आती हैं. ऐसे में यदि आप भी अपनी कुंडली में मौजूद मंगल दोष की वजह से परेशान है, तो हमारी आज की खबर में हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने वाले हैं, जहां जाकर आप मंगल दोष का उपाय करके इसका निवारण कर सकते हैं. इसके पहले चलिए जान लेते हैं क्या होता है मंगल दोष और कैसे बनता है यह आपके विवाह संबंधों में बाधा?
कैसे लगता है मंगल दोष?
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली के लग्न, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम या द्वादश भाव में मंगल मौजूद हो, तो इसे मंगल दोष माना जाता है. जिसको विवाह संबंधों के लिए उचित नहीं माना जाता है. ऐसे में बिना मंगल दोष का निवारण किए विवाह इत्यादि संपन्न नहीं किए जाते.
मंगल दोष के निवारण से जुड़ा है यह मंदिर
महाराष्ट्र के जलगांव में अमलनेर नामक स्थान पर मंगल देवता का एक प्राचीन मंदिर मौजूद है. जहां मंगल दोष का उपाय करने के लिए दूर-दूर से लोग सामूहिक पूजा में सम्मिलित होने के लिए आते हैं.
इस दौरान कहा जाता है कि मंगलवार और शनिवार के दिन इस स्थान पर मंगल देवता की पूजा से आपकी कुंडली में मौजूद मंगल दोष अवश्य ही दूर हो जाता है. जिसके लिए मंगल देवता के मंदिर में चार प्रहर की पूजा और आरती की जाती है.
इसके साथ यहां पर मंगल ग्रह को शांत करने के लिए पंचामृत अभिषेक भी किया जाता है, जिसके लिए व्यक्ति को पहले से ही रजिस्ट्रेशन इत्यादि कराना पड़ता है. इस अभिषेक को मंगलाभिषेक भी कहते हैं, जिसे करने में कुल 2 घंटे का समय लगता है.
ऐसी मान्यता है कि जो भी व्यक्ति मंगल देवता के इस मंदिर में आकर स्वतंत्र रूप से मंगल देव की पूजा करता है, उसको अवश्य ही मंगल देवता का आशीर्वाद और कृपा दृष्टि प्राप्त होती है. इसके साथ ही उसकी कुंडली में मौजूद मंगल दोष का भी निवारण हो जाता है.
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