Sankashti Chaturthi 2023: इस दिन गणपति बप्पा की उपासना करने से क्या होता है लाभ? जानें पौराणिक कथा

  
Sankashti Chaturthi 2023: इस दिन गणपति बप्पा की उपासना करने से क्या होता है लाभ? जानें पौराणिक कथा

Sankashti Chaturthi 2023: हिंदू धर्म में गणेश जी को देवों में सर्वप्रथम पूजा जाता है. ऐसी मान्यता है कि जो भी व्यक्ति किसी भी शुभ काम की शुरुआत बिना गणपति जी की उपासना के करता है, वह अपने जीवन में कभी भी तरक्की प्राप्त नहीं कर पाता. इसी तरह से हर महीने संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है, इस दिन विशेष तौर पर गणेश जी की उपासना की जाती है. आज 7 जून के दिन संकष्टी चतुर्थी मनाई जाएगी. इस दिन विशेष तौर पर संकट हरने वाले गणेश जी को विधि-विधान से पूजा जाता है. तो चलिए जानते हैं कि आखिर क्यों मनाई जाती है संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi 2023) और क्या है इसका धार्मिक महत्व?

संकष्टी चतुर्थी की कथा (Sankashti Chaturthi 2023)

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, एक बार जब माता पार्वती ने भगवान शिव के साथ चौपड़ खेलने की बात कही. तब उन्हें एक ऐसे व्यक्ति की जरूरत थी, जो उनके बीच इस खेल में जीत और हार का फैसला ले सके. इसके लिए उन्होंने एक मिट्टी की मूर्ति में जान डाल दी और उससे खेल का परिणाम बताने को कहा.

खेल के दौरान बार-बार चौपड़ में माता पार्वती जीत रही थी, जिसके बाद एक बार उस बालक ने गलती से माता पार्वती को हारा हुआ बता दिया. जिससे क्रोधित होकर माता पार्वती ने उस बालक को लंगड़ा होने का श्राप दे दिया. जिसके बाद बालक ने माता पार्वती से अपनी भूल के लिए क्षमा मांगी, लेकिन माता पार्वती ने जो श्राप दिया था.

वह उसे वापस नहीं ले सकती थी. ऐसे में माता पार्वती ने कहा कि अगर तुम संकष्टी चतुर्थी वाले दिन भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा अर्चना करोगे, तब भगवान गणेश तुम्हारी सारी परेशानियां हर लेंगे.

इसके बाद हिंदू धर्म में संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi 2023) का व्रत बेहद विधि-विधान से रखा जाने लगा. इस व्रत का पूर्णतया पालन करने से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. तब से संकष्टी चतुर्थी के व्रत की विशेष धार्मिक महत्व है.

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