Shani Amavasya 2022: इस दिन दान करके पा सकते हैं पितृ दोष से मुक्ति, जानिए कब पड़ रही है इस महीने की अमावस्या और क्या है इसका महत्व?
Shani Amavasya 2022: इस बार वैशाख महीने की अंतिम दिन को शनि अमावस्या मनाई जाएगी. यह वैशाख महीने में पड़ने वाली आखिरी अमावस्या है, जिसे शनि अमावस्या के नाम से जाना जाता है.
इसी दिन इस साल का पहला सूर्य ग्रहण भी लगने वाला है. ऐसे में वैशाख अमावस्या का क्या है महत्व? और इस दिन दान करके कैसे आप पितृदोष से मुक्ति पा सकते हैं,
हमारे आज के इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं. इस बार वैशाख अमावस्या यानी कि शनि अमावस्या पर शुभ योग बन रहा है. जिसके चलते इस दिन दान का विशेष महत्व है.
शनि अमावस्या पर दान पुण्य करके पा सकते हैं पितृ दोष से मुक्ति
वैशाख अमावस्या के दिन यदि आप जल में काले तिल फूल आदि को मिलाकर अर्पित करते हैं, तो इससे आपको पितृदोष से मुक्ति मिलती है.
इस दिन पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए आप पिंडदान भी कर सकते हैं.
इस दिन यदि आप किसी जरूरतमंद व्यक्ति को काले तिल, काली उड़द, काले कपड़े, लोहे की कोई चीज, या सरसों का तेल आदि का दान करते हैं. तो इससे आपको न केवल पितृदोष, बल्कि शनि दोष से भी छुटकारा मिलता है.
वैशाख अमावस्या के दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए आप श्राद्ध भी कर सकते हैं, इससे भी आप पितृ दोष से छुटकारा पा सकते हैं.
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शनि अमावस्या के दिन पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए ब्राह्मणों को भोजन कराएं, और इसके अलावा कौवे, गाय और कुत्ते को भी अन्न दें. इससे भी आपको पितृदोष से आजादी मिल जाएगी.
यदि आप पीपल के पेड़ पर वैशाख अमावस्या के दिन जल अर्पित करते हैं, तो उससे भी आपको पितृदोष से आजादी मिल जाएगी.
शनि अमावस्या का समय और दान का शुभ मुहूर्त
वैशाख अमावस्या 30 अप्रैल को दोपहर 12:57 से शुरू हो रही है, जोकि अगले दिन दोपहर 1:57 तक मान्य रहेगी. इस अवधि में आप दान पुण्य, पवित्र नदी में स्नान आदि करके वैशाख अमावस्या पर पुण्य कमा सकते हैं. अमावस्या वाले दिन प्रीति योग और आयुष्मान योग बन रहा है, जिस दौरान आप स्नान और दान पूर्ण आदि कर सकते हैं.