Vastu tips for washroom: घर में शौचालय बनवाते समय ध्यान रखें वास्तु की ये बातें, अन्यथा भुगतना पड़ सकता है नुकसान…
Vastu tips for washroom: वास्तु शास्त्र एक ऐसा विज्ञान है. जिसकी मानव जीवन में बहुत अहमियत है. यदि व्यक्ति वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करते हुए कार्य करता है. तो उसके कार्य उसके लिए फलदायी साबित होते हैं.
वहीं यदि व्यक्ति वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन नहीं करता तो चाहे वह कितना ही अच्छा कार्य कर लें, लेकिन कहीं-न-कहीं और कोई-न-कोई कमी रह ही जाती है.
आज हम आप लोगों को बताने जा रहे हैं, कि वास्तु शास्त्र के अनुसार आपके घर का शौचालय कहां पर होना चाहिए. और इसके कारण क्या है.
यहां होना चाहिए शौचालय
बुजुर्ग लोग कहा करते थे कि मल-मूत्र इत्यादि का त्याग घर से बाहर करना चाहिए. क्योंकि घर में पूजा घर होता है. लेकिन बदलते वक्त ने हमें अब बदल दिया है. अब हमें घर में शौचालय बनवाना अनिवार्य है.
घर में शौचालय बनवाते समय वास्तु शास्त्र के नियमों का ध्यान रखें. वास्तु के अनुसार घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा के मध्य में शौचालय होना चाहिए.
वास्तु के अनुसार इस दिशा में शौचालय होना हानिकारक नहीं होता, बल्कि लाभकारी साबित होता है.
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अगर कोई वास्तु के नियमों का पालन किए बिना घर के किसी भी हिस्से में शौचालय बनवा देता है. तो उसकी ज़िंदगी में उसे काफी विपरीत परिणाम देखने पड़ते हैं. उसके घर में नकारात्मक ऊर्जा इत्यादि बनी रहती है.
वास्तु के अनुसार शौचालय की दिशा का ज्ञान होना है जरूरी
जब कोई व्यक्ति वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करता है, तो उसे कोई हानि नहीं होती बल्कि लाभ ही होता है.
दक्षिण दिशा को नकारात्मक ऊर्जा का स्थान माना जाता है. और शौचालय को भी अपवित्र माना जाता है.
इसीलिए दक्षिण-पश्चिम दिशा का मध्य भाग या दक्षिण दिशा, वास्तु शास्त्र के अनुसार शौचालय के लिए ठीक मानी गई है.