एलियन की एडवांस्ड टेक्नॉलजी से इंसानो का होगा खात्मा? हारवर्ड के प्रफेसर ने किया का दावा
Harvard Professor Avi Loeb का कहना है कि इस तरह की घटना के बारे में पहले से चेतावनी मिलना काफी मुश्किल होगा क्योंकि लाइट की गति से तेज कोई सिग्नल नहीं मिल सकेगा।
रहस्यमय स्पेस ऑब्जेक्ट Oumuamua को एलियन स्पेसक्राफ्ट बताने वाले हारवर्ड यूनवर्सिटी के प्रफेसर 'अवी लोएब' ने एक नया बयान दिया है। उनका कहना है कि धरती का अंत किसी एलियन सभ्यता के साइंस एक्सपेरिमेंट की गलती से हो सकता है। साइंटिफिक अमेरिकन में लिखे आर्टिकल में लिखा है कि एक विशाल पार्टिकल एक्सेलरेटर ऐसा डार्क एनर्जी विस्फोट पैदा कर सकता है जो लाइट की गति से पूरी गैलेक्सी में तबाही ला सकता है।
इससे बचने के लिए 'इंटरस्टेलर डिप्लोमेसी' को बढ़ावा देना चाहिए जल्द। दुनियाभर की स्पेस एजेंसियां दूसरी दुनिया में जीवन ढूँढने में लगी हुई हैं मगर अभी तक जीवन का कोई सबूत हाथ नहीं लगा है। ऐसे में सुपर-अडवांस्ड सभ्यता का होना भी एक कल्पना है और हमें इसमे ज्यादा समय खराब नहीं करना चाहिए।
एलीयन्स के हमले से बचने के उपाय
प्रोफेसर लोएब ने लिखा है, 'इस तरह की आपदा से बचने के लिए न्यूक्लियर टेस्ट बैन थिअरी की तरह विकसित करना होगा।' लोएब का कहना है कि अगर ऐसी कोई संभावना होगी तो डार्क एनर्जी का एक 'बबल' बन जाएगा जो फैलता जाएगा और अपने रास्ते में आने वाली हर चीज को तबाह कर देगा।
ऐसी घटनाओं के बारे में पहले से चेतावनी मिलना काफी मुश्किल होगा क्योंकि लाइट की गति से तेज कोई सिग्नल आना संभव ही नहीं है।
प्रोफेसर हमेशा से चर्चा में रहे हैं
इससे पहले प्रोफेसर लोएब तब चर्चा में थे जब उन्होंने दावा किया था कि 19 अक्टूबर, 2017 को देखा गया स्पेस रॉक Oumuamua दरअसल एलियन लाइफ का एक ठोस सबूत था। यूनिवर्सिटी ऑफ हवाई के PAN-STARRS1 टेलिस्कोप ने इसे देखा था। सिगार के आकार का ये ऑब्जेक्ट 1.96 लाख मील प्रतिघंटा की रफ्तार से धरती के करीब से गुजरा था और इसे धूमकेतु या ऐस्टरॉइड समझा गया था।
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