मिस्र के पिरामिड से भी पुराने हैं इस देश के चट्टानी दीवारों से बने ढांचे, जानें यहां...
अब तक मिस्र के पिरामिड दुनिया में सबसे प्राचीन माने जाते हैं, लेकिन कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि सऊदी अरब में चट्टानी दीवारों से बने हजारों ढांचे उनसे भी पुराने हैं. इनकी औसत उम्र 7000 साल है. 'ऐंटिक्विटी' जर्नल में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक ये ढांचे उत्तर-पश्चिमी सऊदी अरब में फैले हुए हैं.
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पहले इनकी जो उम्र मानी जा रही थी, ये दरअसल उससे भी पुराने हैं. अगर ऐसा है तो ये पिरामिड और ब्रिटेन के रहस्यमय स्टोनहेंज पत्थरों से भी ज्यादा पुराने हैं.
मवेशियों की मिली हैं चित्र
शोध के मुताबिक ये ढांचे ऐसे समुदाय के रहे होंगे जो जानवरों का जश्न मनाते रहे हों. इन पर मवेशियों के झुंड की तस्वीरें मिली हैं. इस अध्ययन के शोधकर्ता और यूनिवर्सिटी ऑफ ऑस्ट्रेलिया की पुरातत्वविद मेलिसा केनेडी का कहना है कि ये हजारों ढांचे दो लाख स्क्वेयर किलोमीटर के क्षेत्र में मिले हैं. ये सभी एक से आकार में हैं. इसलिए हो सकता है कि ये सभी एक सी मान्यता के तहत बनाए गए हों.
दो मोटे हैं सिरे
इन ढांचों में दो मोटे सिरे होते हैं, जो दो या ज्यादा दीवारों से जुड़े होते हैं. यह देखने में आंगन जैसे लगते हैं. इनकी लंबाई 20 से लेकर 600 मीटर तक की है. मुख्य शोधकर्ता ह्यू थॉमस का कहना है कि जितने क्षेत्र में ये फैले हैं, इन्हें बनाने के लिए बड़े स्तर पर संपर्क किया गया होगा.
इनके बेस गोलाकार, अर्धगोलाकार
इनके बेस गोलाकार, अर्धगोलाकार दिखे जो मुख्य द्वार के बाहर थे. कुछ ढांचों में पिलर, खड़े पत्थर भी थे. अभी यह साफ नहीं है कि आखिर इतने जटिल ढांचे बनाए क्यों गए. इनमें से एक में जंगली और पालतू जानवरों के सींग और हड्डियां मिलीं. इनमें भेड़ से लेकर मवेशी भी थे.ये 5000 ईसापूर्व के आसपास के रहे होंगे.
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