Nikola Tesla एक रहस्यमयी वैज्ञानिक जिन्होंने दुनिया को दिए कई आविष्कार, जानें
निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) उन महान वैज्ञानिकों में से एक थे, जिन्होंने दुनिया को ऐसे-ऐसे आविष्कार दिए, जिनका इस्तेमाल आज सभी लोग अपने रोजमर्रा के जीवन में करते हैं.
टेस्ला ने संभावना जताई थी कि पूरी दुनिया में एक दिन टेलिफोन सिग्नल, दस्तावेज़, संगीत की फाइलें और वीडियो भेजने के लिए वायरलेस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होगा और आज वाई-फाई के ज़रिए ऐसा करना संभव है. ऐसे में जानते हैं इस रहस्यमयी वैज्ञानिक के आविष्कारों के बारें में.
सर्बिया में हुआ जन्म
निकोला टेस्ला का जन्म 1856 में तत्कालीन सर्बिया में हुआ था. बता दें कि टेस्ला की दिमागी क्षमता बचपन से ही अद्भुत थी. माना जाता है कि वैज्ञानिक भाषाएं सीखने में कमजोर होते हैं लेकिन टेस्ला के साथ यह बात नहीं थी.
युवा अवस्था तक पहुंचते-पहुंचते वे अपनी मातृभाषा सर्बो के साथ-साथ इंग्लिश, फ्रैंच, जर्मन जैसी आठ भाषाएं लिखने-पढ़ने और बोलने लगे थे. वहीं गणित-विज्ञान में तो उनकी विशेषज्ञता थी ही. उन्होंने आस्ट्रिया के ग्रेज स्थित पॉलिटेक्निक संस्थान से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी.
टेस्ला कॉइल्स का आविष्कार
टेस्ला ने साल 1891 में टेस्ला कॉइल्स का आविष्कार किया था. दरअसल, टेस्ला कॉइल्स एक तरह की इलेक्ट्रिकल सर्किट होती है, जिसकी मदद से कम करंट और हाई वोल्टेज की बिजली पैदा की जाती है. आज के समय में इसका इस्तेमाल रेडियो से लेकर टीवी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों में हो रहा है.
समय यात्रा
निकोला टेस्ला को अपने समय से आगे के आविष्कारों के लिए भी जाना जाता है. उन्होंने 1887 में एसी से चलने वाला एक मोटर बनाया था. कहते हैं कि ये आविष्कार समय से आगे का था, इसलिए उस समय इसकी कोई पूछ नहीं थी.
रिमोट वाली नाव
साल 1898 में टेस्ला ने रिमोट से चलने वाली एक नाव बनाई थी. ये आविष्कार उस वक्त के हिसाब से इतना आगे का था कि लोगों को लगा था कि टेस्ला ने नाव के अंदर किसी प्रशिक्षित जानवर को रखा है. लोगों के इस शक को दूर करने के लिए टेस्ला को नाव को पूरी तरह खोलकर उसके सारे कलपुर्जे दिखाने पड़े थे.
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