किस्सा: वो क्रिकेटर, जो Match में विकेट चटकाने के लिए अपने मुंह पर पेशाब मलता था

एक ऐसा क्रिकेटर जो विपक्षी टीम के बल्लेबाज को आउट करता तो अपने मुंह पर अपने पेशाब को मलता था। इस क्रिकेटर का नाम है मखाया एंटिनी। मखाया दक्षिण अफ्रीका टीम से आते हैं। अफ्रीका, जिस टीम के बारे में कहा जाता है कि इस टीम से खतरनाक प्लेयर किसी के पास भी नहीं है लेकिन इस टीम का लक बहुत ही खराब है।
क्रिकेट के इतिहास में दक्षिण अफ्रीका टीम बहुत ही विवादास्पद भी रहा है। आईसीसी ने 1970 में दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम पर प्रतिबंध लगा दिया था, जो 21 साल तक बरकरार रहा था। अब सवाल हैं कि प्रतिबंध लगाया क्यों गया था?

साउथ अफ्रीका के लिए अब तक बहुत कम ब्लैक क्रिकेटर्स ही क्रिकेट खेल पाए है। लेकिन 1970 के दौर में स्थिति और भी गंभीर थी। काले खिलाड़ियों को दक्षिण अफ्रीका के टीम में शामिल भी नहीं किया जाता था। इसलिए ICC ने दक्षिण अफ्रीका टीम पर प्रतिबंध लगाया था।
प्रतिबंध लगाने के बाद दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने अपनी रंगभेद की नीति को बदला और फिर से दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम की वापसी 10 नवंबर 1991 को मैदान पर हुई। इस नीति के बदलने के बाद ब्लैक खिलाड़ियों को भी दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए खेलने का मौका मिलेगा। और फिर भैंस चराने वाले मखाया एंटिनी नाम के एक ब्लैक खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम में डेब्यू करते हैं।

बचपन से ही मखाया को क्रिकेट को लेकर जुनून था। इसी जुनून और ICC के द्वारा प्रतिबंध की कानून ने मखाया को दक्षिण अफ्रीका टीम में जगह दिला दी। एक बार उन पर रेप का आरोप भी लगा था। जिस वजह से 1999 में उन्हें दक्षिण अफ्रीका की वर्ल्ड कप टीम से बाहर कर दिया गया था। हालांकि बाद में उनकी वापसी नेशनल टीम में हो गई थी।
मखाया एक इंटरव्यू के दौरान बताते हैं कि, "अपने किट में हमेशा प्लास्टिक के पैकेट में वो गाय का गोबर अपने साथ रखते थे। वह उनका लकी चार्म था। जिसे वह अक्सर बेहतर प्रदर्शन की जरूरत के लिए चुमते रहते थे। मकाया एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा करते हैं कि अगर मैं कभी खेल के एक सेशन में अच्छा नहीं कर पाता था तो टॉयलेट में जाकर अपने हाथ पर पेशाब करता और फिर उसे अपने चेहरे पर मसल लेता था।