बड़ा सवाल: रोहित शर्मा को छोड मुंबई के बल्लेबाज विश्व कप में किस तरह खेलेंगे?
इस बार जब आइपीएल इंडिया में शुरु हुआ तब आइपीएल का शैड्यूल ऐसा बनाया गया था की कोई भी टीम अपने होम ग्राउंड में खेल नहीं सकती थी। नतीजा यह हुआ की मुंबई इंडियंस को जब वानखेडे में एक भी मैच नहीं खेलने मिला और शुरुआती सारे मैच चैन्नई की चकरघिन्नी पिचों पर खेलने पडे तब मुंबई इंडियंस के बल्लेबाजों को पसिने छूट गए और मुंबई चैन्नई में बल्लेबाजी में जमकर संघर्ष कर मैच दर मैच हारती रही। दूर्भाग्य से कोविड के कारण आइपीएल बिच में ही रोकना पडा। यूएई में जब दूसरा पार्ट शुरु हुआ तब मुंबई ने थोडी राहत ली। लेकिन फिर भी मुंबई बल्लेबाजी में संघर्ष करती ही दिखी।
पिछले मैच में RCB ने जिस तरह मुंबई की बल्लेबाजी को पलिता लगाया है उससे यह चिंता बढ गई है की तीन हफ्ते बाद यहीं मुंबई के बल्लेबाज विश्व कप में किस तरह खेलेंगे? रोहित शर्मा को छोड सब बल्ले को "अंधेरे में लठ" की तरह चला रहे थे। क्या इशान किशन, सुर्यकुमार यादव, हार्दिक पांड्या अभी जिस तरह की बल्लेबाजी कर रहे है क्या विश्व कप में ये कुछ कर सकते है?
इनकी फाल्तू बल्लेबाजी आइपीएल से ज्यादा विश्व कप के मद्देनजर ज्यादा चिंता का विषय है। मुंबई इस बार आइपीएल मे सबसे घटिया बल्लेबाजी कर रही है। पहले तो लग रहा था चैन्नई में सभी बल्लेबाजी करने वाली टीम संघर्ष करती है लेकिन अब तो यूएई में भी मुंबई बल्लेबाजी में चारों खाने चित्त है। पाँच बार की चैम्पियन मुंबई इस बार प्लेऑफ में भी पहुँचती नहीं दिख रही है।
विराट कोहली के पास अब खोने के लिए कुछ नहीं बचा है। विश्व कप वे हार भी गए तो कप्तानी पहले ही छोड चूके है। आइपीएल ट्रॉफी भी यदि नहीं जीतते है तो भी कोई गल नहीं क्योंकि आइपीएल की कप्तानी भी वे खूंटी पर टांग चूके है। वैसे दिख तो यही रहा है की इस बार RCB कहीं अपनी पहली आइपीएल ट्रॉफी ना उठा ले।
एबीडी और कोहली के भरोसे रहने वाली RCB ने इस बार मेक्सवैल पर दांव लगाया है और मैक्सवेल ने आते ही टीम की कायापलट कर दी है। कोहली का बल्ला भी रन उगल रहा है। हर्षल पटेल चाहे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अभी पहचान से दूर हो लेकिन २३ विकेट लेकर आइपीएल में वे RCB को ट्रॉफी के करीब लेते जा रहे है। कोई गेंदबाज सिर्फ 19बॉल में हार्दिक पांड्या, पोलार्ड का विकेट लेकर हेटट्रिक लेकर ०4 विकेट ले ले तो उसे चमत्कारी प्रदर्शन ही कहते है।
चहल भी वापसी कर चुके है। इस बार RCB कुछ चमत्कार करने वाली है यह अब तक के प्रदर्शन से दिख रहा है। और मुंबई टीम में अपने बल्ले से सब अपना सिर पिटने वाल़े है ऐसा ही कुछ दिख रहा है। देखें क्या होता है।