टूटा सपना: टोक्यो ओलंपिक के लिए नहीं क्वालीफाई कर पाई हिमा दास, चोट बनी बड़ी वजह
Tokyo 2020: एक तरफ आज ट्रैक एंड फील्ड में फर्राटा धाविका दुती चंद ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया, जबकि आज देश की एक और स्टार महिला रनर हिमा दास (Hima Das) का ओलंपिक में जाने का सपना टूट गया. दरअसल, मांसपेशी की चोट से जूझ रही हिमा के लिए एथलेटिक ग्राउंड पर उतरना मुश्किल है जिसके बाद से उनका टोक्यो ओलंपिक से बाहर रहना लगभग तय है.
हालाँकि, एक बड़े सपने के अधूरे रहने की वजह से उदास हुई हिमा का खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने हौसला बढ़ाया है. खेल मंत्री ने बुधवार को कहा कि हिमा ओलंपिक में चूकने की वजह से अपने दिल को छोटा न करें. उन्होंने स्टार धाविका को आने वाले एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारी करने को कहा है.
रिजिजू ने ट्वीट करके उन्हें प्रोत्साहित किया, खेल मंत्री ने लिखा, "इंजरी होना एथलीट के जीवन का हिस्सा है. हिमा टोक्यो ओलंपिक में न शामिल होने की वजह से हिम्मत न हारें. 2022 एशियाई खेलों, 2022 राष्ट्रमंडल खेलों और 2024 पेरिस ओलंपिक की तैयारी करें!"
बता दें कि 2018 में एशियाई खेलों के दौरान हुई मांसपेशी की चोट के बाद वह सिर्फ तीन टूर्नामेंट ही खेल सकी. वही बीते शनिवार को भी उन्हें 100 मीटर की हीट में भाग लेते समय हैमस्ट्रिंग चोट का शिकार होना पड़ा. इसके अतिरिक्त उन्होंने महिलाओं की 4x100 मीटर रिले टीम इवेंट में भी क्वालीफाई नहीं किया.
यही नहीं हिमा ने 200 मीटर की फाइनल के जरिए भी क्वालीफिकेशन पाने चाही, लेकिन वहां भी पांचवें स्थान पर समाप्त किया. बता दें कि कल यानी गुरुवार को टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके एथलीटों की सूची विश्व एथलेटिक्स द्वारा फाइनल किया जाएगा.
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