टेस्ट क्रिकेट में कायम है भारत की बादशाहत, ये 3 खिलाड़ी हो सकते हैं विराट के बाद भरतीय टीम के कप्तान
महेंद्र सिंह धोनी को भले ही दुनिया का सबसे सफल कप्तान कहा जाता है, लेकिन उनके उत्तराधिकारी विराट कोहली की कप्तानी में भी भारतीय टीम ने विश्व क्रिकेट में अपना लोहा मनवाया है. टीम इंडिया ने इस दौरान सबसे ज्यादा सफलता टेस्ट फॉर्मेट में पाई है. भारत 2016 से लेकर अबतक टेस्ट फॉर्मेट की नंबर 1 टीम बनी हुई है.
हालाँकि क्रिकेट में कोई हमेशा के लिए नहीं रहता. हर कप्तान किसी दिन इस जेंटलमेन गेम को अलविदा कहता है. लेकिन, इसी बीच वह खिलाड़ी संन्यास या कप्तानी छोड़ने से पहले भविष्य के कप्तान को तैयार करते रहता है. धोनी की लिगेसी को कप्तान कोहली ने अबतक शानदार अंदाज से निभाया है. लेकिन, उनके जाने के बाद वो कौन सा युवा खिलाड़ी होगा जो भारतीय क्रिकेट की टेस्ट क्रिकेट में बादशाहत को आगे कायम रखेगा और भविष्य में कप्तानी के दबाव को आसानी से झेल पाएगा, ये एक बड़ा प्रश्नचिन्ह है.
ऐसे में आइए जानते हैं 3 ऐसे युवा खिलाड़ियों को जिसे हम भविष्य में खेल के सबसे लम्बे फॉर्मेट में भारतीय टीम की कप्तानी करते हुए देख सकते हैं. इस लिस्ट में एक खिलाड़ी ऐसा भी है जो फ़िलहाल भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं है, लेकिन उसकी दावेदारी भी काफी मजबूत है.
ऋषभ पंत
हालिया समय में ऋषभ पंत भारत के नए मैच विनर बनकर उभरे हैं. इसके साथ ही उनके पास कप्तानी का भी अनुभव है. आईपीएल में श्रेयस अय्यर की गैरमौजूदगी में पंत दिल्ली कैपिटल्स की कमान शानदार ढंग से निभाई है. उनकी कप्तानी में दिल्ली की टीम पॉइंट्स टेबल में टॉप पर पहुँचने में कामयाब हुई.
टेस्ट मैचों में ऋषभ का औदा ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद से ही भारतीय टीम में काफी बढ़ चूका है. भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को उनके घर में टेस्ट सीरीज हाराने में कामयाब हुई क्यूंकि उनके पास पंत जैसा आक्रामक बल्लेबाज मौजूद था जो कुछ ही समय में मैच को पलट देते थें.
पंत ने सिडनी और ब्रिसबेन टेस्ट के पांचवें दिन मैच में शानदार बल्लेबाजी की. हालाँकि सिडनी में वह जीत नहीं दिला सकें और मैच ड्रा रहा, लेकिन ऐतिहासिक ब्रिसबेन टेस्ट में उन्होंने आखिरी तक खड़े रहकर मैच जीताया. बाए हाथ के बल्लेबाज ने 20 टेस्ट मैच की 33 पारियों में 45 की दमदार औसत से 1358 रन बनाए हैं. जिसमें उनके नाम 3 शतक और 6 अर्धशतक भी शामिल हैं.
शुभमन गिल
युवा शुभमन गिल एक सॉलिड टेस्ट बल्लेबाज हैं. भारतीय टेस्ट टीम का ये ओपनर भविष्य में कप्तानी का एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है. ऑस्ट्रेलिया की धरती पर भारत की टेस्ट सीरीज जीत में इन्होंने अहम योगदान दिया था. ऐतिहासिक ब्रिस्बेन टेस्ट की चौथी पारी में पांचवें दिन सलामी बल्लेबाज ने अपना सर्वाधिक 91 रनों का स्कोर दर्ज किया था.
गिल ने भारत के लिए अबतक 7 टेस्ट मुकाबले खेले हैं. जिसमें उन्होंने 13 पारियों में 34.4 की औसत से 378 रन बनाए हैं. इस दौरान सॉलिड बलेबाज ने 3 अर्धशतक भी ठोंके हैं.
गिल भारतीय टेस्ट टीम के अगले कप्तान हो सकते हैं जिसका अंदाजा इस बात से लगता है कि उन्हें सीनियर खिलाड़ियों के मौजूदगी के बाद भी इंडिया ए टीम का कप्तान बनाया जाता है. जो भारतीय टीम के चयनकर्ताओं की सोच को साफ दिखाती है.
पृथ्वी शॉ
भारतीय टेस्ट टीम से फ़िलहाल पृथ्वी शॉ बाहर चल रहे हैं, लेकिन उनकी दावेदारी भी काफी मजबूत है. युवा सलामी बल्लेबाज शॉ का हालिया फॉर्म शानदार है. घरेलु क्रिकेट और आईपीएल में उन्होंने रनों का अम्बार लगाया है. उनकी काबिलियत को देखते हुए शॉ जल्द ही टीम इंडिया का हिस्सा होंगे.
शॉ की उम्र भले ही अभी छोटी हो लेकिन उन्हें कप्तानी जब मिलेगी उस समय उनके पास कम से कम 4 साल का अनुभव भी होगा. जो उनके बहुत काम भी आ सकता है. शॉ ने अब तक बतौर सलामी बल्लेबाज भारतीय टीम के लिए 5 टेस्ट मैच खेले हैं. जिसमे उन्होंने 9 पारियों में 42.4 की औसत से 339रन बनाये हैं. इस आक्रामक बल्लेबाज ने इस बीच 1 शतक और 2 अर्धशतकीय पारी भी खेली हैं.
इसके साथ ही शॉ बतौर कप्तान अंडर-19 वर्ल्ड कप जीत चुके हैं और अभी मुंबई रणजी टीम के कप्तान भी हैं जिससे उनके पास कप्तानी का अनुभव और गुर, दोनों ही मौजूद हैं. उसके साथ ही वो भी विराट कोहली की तरह ही आक्रामक अंदाज में खेलते हुए नजर आते हैं. जिसके कारण वो उनके बड़े विकल्प कहे जा रहे हैं.
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