IND vs ENG: खराब फॉर्म से जूझ रहे कोहली के बचाव में उतरे सचिन, कहा- यह वक्त सबके साथ आता है
IND vs ENG: इंग्लैंड दौरे पर गई टीम इंडिया ने अबतक टेस्ट सीरीज में कमाल किया है. लॉर्ड्स टेस्ट को 151 रनों से जीतकर भारत ने इंग्लैंड पर 1-0 की बढ़त बना ली है. खेल के अंतिम दिन तक मैच में पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए विरोधी को हरा देना, यह भारतीय टीम की काबिलियत दिखाता है. बेशक विराट कोहली (Virat Kohli) की अगुआई में भारतीय टीम शानदार प्रदर्शन कर रही है, लेकिन एक बल्लेबाज के रूप में विराट काफी पिछड़ रहे हैं.
भारतीय कप्तान का हालिया फॉर्म चिंता का विषय बना हुआ है. न्यूजीलैंड के खिलाफ WTC फाइनल और अंग्रेजों के विरुद्ध हुए दो टेस्ट मैचों की पांच पारियों में उनके बल्ले से क्रमशः 44, 13, 0, 42, और 20 रन निकले हैं. यानी कि इस दौरान किंग कोहली के बल्ले से एक अर्धशतक भी नहीं आया है. जबकि, अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्हें आखिरी शतक जड़े दो साल बीत चुके हैं.
दो साल पहले जड़ा था पिछला शतक
विराट ने पिछला शतक बांग्लादेश के विरुद्ध नवम्बर, 2019 में जड़ा था. तब से लेकर अबतक उनका बल्ला शांत ही रहा है. इस दौरान उनकी खराब फॉर्म पर बात करते हुए पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेदुलकर ने बयान दिया है. समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए सचिन ने कहा कि "फॉर्म सिर्फ एक अवस्था है जो शरीर के सद्भाव के साथ काम करती है."
क्रिकेट के भगवन ने आगे कहा कि "विराट कोहली ने सीरीज की शुरुआत अच्छे से नहीं की. यह दिमाग में रहता है, और दिमाग ही हा जो तकनीकी खामियों की तरफ ले जाता है, और यदि आप किसी दौरे की शुरुआत ठीक नहीं करते तो बहुत सी चीजों के बारे में सोचना शुरू कर देते हैं. ऐसा इसलिए क्यूंकि चिंता का स्तर अधिक होने से हम उसकी भरपाई करने की कोशिश करते हैं."
मास्टर ब्लास्टर के मुताबिक "जब एक बल्लेबाज फॉर्म की तलाश कर रहा होता है तो उस वक्त पैर चलना बंद हो जाते हैं. यह आमतौर पर सब के साथ होता है. फॉर्म एक मानसिक स्थिति है जो शारीर की समरसता के साथ मिलकर काम करती है. "
पुजारा-रहाणे की साझेदारी पर सचिन ने की जमकर प्रशंसा
विराट से परे पूर्व दिग्गज ने चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के बीच मुश्किल परिस्थितियों में हुई 100 रनों की साझेदारी की भी तारीफ की. यदि खेल के पांचवें दिन पुजारा-रहाणे के बीच शतकीय साझेदारी नहीं हुई होती तो मैच का नतीजा भारत के खिलाफ भी जा सकता था.
सचिन ने कहा कि इन दोनों बल्लेबाजों ने बहुत ही नाजुक समय में शानदार बल्लेबाजी की. पुजारा और रहाणे उस वक्त बल्लेबाजी करने आए थे जब भारत के 28 रनों पर 3 विकेट गिर गए थे, दोनों बल्लेबाजों ने भारतीय पारी को मजबूत किया."
पूर्व वर्ल्ड चैंपियन खिलाड़ी ने आगे कहा कि "दोनों बल्लेबाजों की सोच एक थी कि जो टीम के लिए अच्छा हो और दोनों ने वही किया. हालांकि, ऐसा करते वक्त बाकी चीजों का भी ख्याल रखना होता है. मुश्किल परिस्थितियों में सभी टीम के लिए अच्छी बल्लेबाजी करना चाहते हैं, लेकिन यह हमेशा संभव नहीं हो पाता. "
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