INDW vs ENGW: पहले वनडे मैच हारने के बाद निराश हुई मिताली, बताया क्या थी हार की सबसे बड़ी वजह

 
INDW vs ENGW: पहले वनडे मैच हारने के बाद निराश हुई मिताली, बताया क्या थी हार की सबसे बड़ी वजह

INDW vs ENGW: इंग्लैंड में भारतीय महिला टीम ने पहले एकदिवसीय मैच में निराशाजनक प्रदर्शन किया. रविवार को ब्रिस्टल में हुए पहले वनडे मैच में इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय महिला टीम को 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. टीम इंडिया ने इस मुकाबले में कही से भी जीत के आस-पास नहीं दिखी और 50 ओवर में सिर्फ 201 रन ही बना पाई. टीम की अनुभवी कप्तान मिताली राज ने सर्वाधिक 77 रन बनाए.

जवाब में इंग्लैंड की महिला टीम ने भारत द्वारा दिए गए 202 रनों के लक्ष्य को 35 ओवर में सिर्फ 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया. टीम इंडिया ने काफी धीमी गति से बल्लेबाजी की और एकमात्र शेफाली वर्मा को छोड़कर किसी भी भारतीय महिला बल्लेबाज का स्ट्राइक रेट 100 का भी नहीं रहा.

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बल्लेबाजों ने जाया किए 181 गेंदें

INDW vs ENGW: पहले वनडे मैच हारने के बाद निराश हुई मिताली, बताया क्या थी हार की सबसे बड़ी वजह

पहले वनडे मैच में मिली हार का ठीकरा भारतीय कप्तान मिताली राज ने दोनों विभागों (बल्लेबाजी और गेंदबाजी) पर फोड़ा है. इस जीत के साथ ही इंग्लैंड की महिला टीम ने तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली. बता दें मैच में भारतीय महिला बल्लेबाजों ने 181 डॉट गेंद खेलें, नतीजा पारी सिर्फ 201 रन पर रुक गई. 

इंग्लैंड के गेंदबाज हैं काफी अनुभवी: मिताली राज

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बात करते हुए मिताली ने कहा, "हां, हमें इस संदर्भ में स्ट्राइक बदलते रहना होगा. हमारे लिए जरूरी है कि हमारे शीर्ष पांच बल्लेबाज रन बनाएं. हमें ये भी समझने की जरूरत है कि इंग्लैंड की तेज गेंदबाज काफी अनुभवी हैं. वे बेहतर तरीके से जानती हैं कि उन्हें इन परिस्थितियों में कैसे गेंदबाजी करना है." 

नए गेंदबाजों को करना होगा तैयार

INDW vs ENGW: पहले वनडे मैच हारने के बाद निराश हुई मिताली, बताया क्या थी हार की सबसे बड़ी वजह

मिताली ने यह भी कहा कि "समय आ गया है कि भारतीय महिला टीम भविष्य के लिए युवा तेज गेंदबाजों को तैयार करके झूलन गोस्वामी को लंबे समय तक सेवा देने और अधिक जिम्मेदारी से अलग सोचें." उन्होंने आगे कहा कि "हमारे तेज गेंदबाजों ने अच्छी बॉलिंग नहीं की, हम इंग्लैंड के शुरूआती बल्लेबाजों को जल्दी आउट कर उनके टीम पर दवाब बना सकते थे."

मिताली के मुताबिक, अब भारतीय टीम को झूलन से आगे बढ़कर अन्य तेज गेंदबाजों को ढूँढना होगा, जो यह समझ और सींख पाएं कि कि इंग्लैंड की परिस्थितियों में कैसे गेंदबाजी की जाती है.

हालाँकि, बाकियों के मुकाबले मिताली ने इस मैच में भारतीय टीम की लाज बचा ली, उन्होंने धैर्यपूर्वक पारी खेलते हुए 108 गेंदों पर 72 रन बनाए. जबकि शेफाली वर्मा ने 15 और स्मृति मंधाना ने 10 रन बनाकर आउट हुईं.

गेंदबाजों से हटकर टीम इंडिया की बल्लेबाजी पर बात करते हुए कप्तान ने कहा, "हमें जरूरी मौकों पर तेज बल्लेबाजी करने की जरूरत है, हमने बीते कुछ समय से टारगेट सेट करने के बजाय उसका पीछा करते हुए आराम से हासिल किया है. हमें इस पर काम करना होगा, हमें यह जानने की जरूरत है कि 250 तक के स्कोर तक कैसे पहुंचें." 

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