WTC के बाद भारतीय खिलाड़ियों को राहत, मिलेगा 20 दिनों का ब्रेक
भारत और न्यूजीलैंड के बीच 18-22 जून के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियंसिप (WTC) का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा. निर्णायक मैच के खत्म होने के बाद भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी. हालांकि इस दौरान पहला टेस्ट मैच शुरू होने से पहले टीम इंडिया को लगभग 40 दिन का समय मिलेगा, जिसे देखते हुए भारतीय टीम को थोड़ी राहत दी गई है.
भारतीय खिलाड़ियों को साउथेम्प्टन में WTC फाइनल पूरा होने के बाद इंग्लैंड में बायो-बबल की जिंदगी से 20 दिन का ब्रेक मिलेगा. सभी खिलाड़ी 24 जून से बाहर मर्जी से निकल पाएँगे. और फिर सभी एकबार 14 जुलाई के आसपास इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिए बबल में लौट जाएंगे.
यह एक स्वागत योग्य ब्रेक होगा
एएनआई से बात करते हुए, टीम प्रबंधन के इवेंट्स के बारे में सूत्रों ने कहा कि "यह एक स्वागत योग्य ब्रेक होगा. क्योंकि टीम को न केवल इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए बायो बबल में समय बिताना है, बल्कि टेस्ट सीरीज के बाद सीधे यूएई में आईपीएल बबल में भी जाना होगा.
24 जून से खिलाड़ी हो जाएँगे फ्री
उन्होंने आगे कहा कि "भारतीय ग्रुप 24 जून को न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल के बाद ब्रेक के लिए बाहर निकलेगा और 14 जुलाई के आसपास फिर से इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की तैयारी के लिए इकट्ठा होगा, जो 4 अगस्त से शुरू हो रहा है."
यूके की सीमा में ही रहें खिलाड़ी: सूत्र
Covid-19 को देखते हुए पूछे जाने पर कि क्या क्रिकेटर्स कम संक्रमित इलाकों में जा सकते हैं, इसपर सूत्र ने कहा कि "जगह यूके की सीमा में ही होना चाहिए ताकि ब्रेक के बाद फिर से संगठित होने में कोई समस्या न हो."
खिलाड़ियों को स्विच ऑफ करने की जरुरत
उन्होंने इसपर रौशनी डालते हुए बताया कि यह आसान है इसलिए खिलाड़ियों को स्विच ऑफ और आराम करने की जरुरत है. हालाँकि वे इस बात को नजरंदाज नहीं कर सकते क्यूंकि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुआ है. इसलिए, यात्रा की योजना इस तरह से बनानी होगी कि लड़के और परिवार जो यूके में हैं, ब्रेक लेते समय कहीं न फंसें.
उनके अनुसार "अगर खिलाड़ी किसी दूसरे देश में जा रहे हैं और फिर मामलों में अचानक वृद्धि के कारण उस स्थान पर यात्रा प्रतिबंध लग जाता है. ये आप नहीं चाहते कि आपके खिलाड़ी या उनके परिवार फंस जाएं. इसलिए, वे यूके में स्थानों को देख रहे हैं."
इंग्लैंड रवाना होने से पहले भारतीय कप्तान कोहली ने भी बबल की परेशानी के बारे में बात की थी. उनके मुताबिक बायो-बबल में रहना आसान नहीं है.