पंत की खराब पारी पर 'Little Master' का बड़ा बयान- केयरफ्री और केयरलेस के बीच की लाइन को किया पार
भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत हाल के समय में अपनी विस्फोटक पारी के लिए जाने जाते हैं.लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में वह उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए और टीम इंडिया को कीवी टीम के हाथों आठ विकट से हार झेलनी पड़ी.
मैच की दूसरी पारी में वह 41 रनों पर बल्लेबाजी कर रहे थे कि खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा बैठे. और यहीं से उनके शॉट्स को लेकर कई तरह के सवाल उठ चुके है.
और तो और सुनील गावस्कर ने कॉमेंट्री के दौरान ही पन्त को खेल से जुड़ी कई तरह की नसीहतें दे डाली थी.
शॉट सेलेक्शन पर उठाये सवाल
पूर्व भारतीय गावस्कर ने कहा, यह केयरफ्री और केयरलेस के बीच एक पतली रेखा होती है और इस बार उन्होंने इसके बीच की लाइन को क्रॉस कर दिया.
कई मौकों पर जब वो 90 के आसपास खेल रहे होते हैं तो भी बड़े शॉट के लिए जाते हैं और अपना शतक पूरा करने का मौका गंवा देते हैं.
पंत के साथ सबसे बड़ी समस्या उनका शॉट सेलेक्शन है, अन्यथा नहीं तो उनके पास हर तरह के शॉट हैं, तकनीक है और डिफेंस भी.
तारीफ़ के साथ नसीहत भी
गावस्कर ने आगे कहा कि-ऐसा नही है की पंत ने पहली बार इस अंदाज में बल्लेबाजी की. वो पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी इसी तरह बेखौफ बल्लेबाजी कर चुके हैं.
तब इसका टीम को फायदा भी मिला था. लेकिन डब्ल्यूटीसी फाइनल में उनके खेलने का यही अंदाज टीम पर भारी पड़ा. क्योंकि वो दूसरी पारी में सेट हो गए थे और 41 रन जोड़ चुके थे. अगर वो थोड़ा संभलकर खेलते तो भारत आसानी से बड़ी बढ़त हासिल कर लेता और तब मैच का नतीजा शायद कुछ और होता.
कोशिशें रही बेकार
पंत जब न्यूजीलैंड के खिलाफ क्रीज पर उतरे तो भारतीय टीम ने जल्दी-जल्दी दो विकेट खोए थे.
रिजर्व डे के पहले सेशन में जब पंत बल्लेबाजी करने उतरे तो उनसे काफी उम्मीदें थीं. उन्हें पारी की शुरुआत में जीवनदान भी मिला जब टिम साउदी ने स्लिप में कैच छोड़ दिया था. लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ उनका कोई भी दाव नहीं चला
हालांकि बुधवार को बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कीवी गेंदबाजों पर हावी होने का प्रयास किया लेकिन उनकी यह कोशिश बेकार ही गई.
कप्तान कोहली ने लिया पन्त का पक्ष
गावस्कर भले ही पंत के खेलने के तरीके से नाराज हैं. लेकिन विराट कोहली ने पंत का समर्थन किया है. उन्होंने फाइनल के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि हम चाहते हैं कि पंत अपना स्वाभाविक खेल खेलें.
यही उनकी ताकत है. वो कई मौकों पर अकेले दम पर मैच का रुख पलट चुके हैं. कई बार जब नतीजे आपके हक में नहीं आते, तो आप कह सकते हैं कि गलती हुई है. पर खेल में ऐसा चलता रहता है.
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