राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप: 400 मुक्केबाजों में किसे मिलेगा विश्व चैंपियनशिप में जाने का मौका?
एक खिलाड़ी को खेल के हर स्तर और हर पायदान से गुजारना पड़ता है। कल से देश के 400 मुक्केबाज विश्व चैंपियनशिप में जाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करेंगे। बुधवार यानी 14 सितंबर से देश के कोने-कोने से मुक्केबाज राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में शामिल होंगे विश्व चैंपियनशिप में जाने के मकसद से।
कौन-कौन शामिल हो रहे हैं-
पूर्व कांस्य पदक विजेता गौरव बिधूड़ी, राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता सेना के मोहम्मद हुसामुद्दीन और सेना के ही एशियाई चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता दीपक कुमार के साथ शिव थापा समेत 400 मुक्केबाज शामिल होंगे।
कुल मिलाकर 35 की संख्या में राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों तथा बोर्ड के मुक्केबाज चैंपियनशिप में अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के संशोधित वजन वर्ग के तहत चुनौती पेश करेंगे।
21 सितंबर तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल जीतने वाले को खुद ब खुद विश्व चैंपियनशिप की टीम में जगह मिलेगी जबकि सिल्वर जीतने वाले को राष्ट्रीय शिविर में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा।
कोरोनावायरस की वजह से खिलाड़ियों को कुछ एहतियात भी बरती जाएगी। टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे मुक्केबाजों, अधिकारियों और सहयोगी स्टाफ को प्रतियोगिता के लिए पहुंचने के 72 घंटे पहले ही आरटी-पीसीआर रिपोर्ट दिखानी होगी।
विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप का आयोजन 26 अक्तूबर से किया जाएगा जो टोक्यो ओलंपिक के बाद अभी तक के मुक्केबाजों के लिए पहली बड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता होगी।