एक सवाल- सचिन "God of cricket"तो मिताली "Goddess of cricket" क्यों नहीं?
सचिन तेंदुलकर से आगे निकल जाएंगी मिताली राज आप भी चौंक रहे होंगे ये भला कैसे? तो उसका जवाब ये है कि इंटरनेशनल वनडे करियर में बिताए वर्ष के हिसाब से भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज 26 सितंबर 2021 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ मौजूदा सीरीज़ का तीसरा वन डे खेलने के लिए उतरी तो वो सचिन को भी पीछे छोड़ चुकी है।
तब उनके इंटरनेशनल वनडे क्रिकेट करियर में 22 साल 93 दिन हो जाएंगे। सचिन का वनडे इंटरनेशनल करियर 22 साल 91 दिन चला था। हालांकि सचिन का टेस्ट करियर पूरे 24 साल चला। लेकिन मिताली राज की टेस्ट में नहीं वनडे और टी20 क्रिकेट में ही अधिक पहचान रही है।
सचिन ने अपना पहला वनडे मैच पाकिस्तान के खिलाफ़ 18 दिसंबर 1989 को खेला। सचिन ने अपना आखिरी वनडे मैच पाकिस्तान के खिलाफ ही 18 मार्च 2012 को खेला। इस तरह उनका वनडे इंटरनेशनल करियर कुल 22 साल 91 दिन चला। वहीं मिताली राज 26 सितंबर 2021 को ये रिकॉर्ड तोड़ दी।
तब तक उनका वनडे इंटरनेशनल करियर 22 साल 93 दिन का हो चुका है। मिताली ने अपना पहला वनडे मैच ऑयरलैंड के खिलाफ 26 जून 1999 को खेला था. अभी उनका वनडे क्रिकेट करियर जारी है और देखना होगा कि इस सफ़र को वो और आगे ले जा सकती हैं।
मिताली राज को भारत की रन मशीन यूहीं नहीं कहा जाता। मिताली राज की उम्र 38 साल के पार है।लेकिन भारत के लिए उनका बढ़िया खेलने का जज्बा वैसा ही जैसा कि उन्होंने 22 साल पहले अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेलते हुए दिखाया था। दो नई उपलब्धि मिताली राज के साथ जुड़ी हैं।
पहली ये कि उन्होंने 21 सितंबर 2021 को मकाय में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ पहला वनडे मैच खेला तो वो दुनिया में सबसे ज़्यादा 20,000 रन बनाने वाली महिला प्लेयर बन गईं। ये रन उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट, लिस्ट ए और टी20 मैचों में मिलाकर बनाए। मिताली ने मकाय में खेले गए वनडे में 107 गेंद में 61 रन की पारी खेली। हालांकि मिताली के अच्छे प्रदर्शन के बावजूद भारत ये मैच हार गया.
मिताली ने 218 वनडे मैचों में 7367 रन, 11 टेस्ट में 669 रन और 89 टी20 में 2364 रन बनाए हैं। मिताली लेग ब्रेक बोलिंग भी कर लेती हैं। उन्होंने वनडे फॉर्मेट में 8 विकेट भी झटके हैं। अब एक सवाल- सचिन "God of cricket" तो मिताली "Goddess of cricket" क्यों नहीं?