सुनील गावास्कर का एक और डेब्यू, उनकी 50वीं वर्षगांठ पर बोर्ड ने भी किया सम्मानित

 
सुनील गावास्कर का एक और डेब्यू, उनकी 50वीं वर्षगांठ पर बोर्ड ने भी किया सम्मानित

आज यानी 6 मार्च, 2021 को भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने अपने टेस्ट करियर की 50 वीं वर्षगांठ मनाई है. इस दौरान बीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान के लिए सुनील गावस्कर को सम्मानित किया. बोर्ड सचिव जय शाह ने भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन लंच ब्रेक के दौरान लीजेंड खिलाड़ी का सम्मान किया. बीसीसीआई ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिये ट्वीट कर इस खास पल को साझा किया है

https://twitter.com/BCCI/status/1368104920470065152?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1368104920470065152%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_c10&ref_url=https%3A%2F%2Fsports.ndtv.com%2Fcricket%2Fsunil-gavaskar-felicitated-by-bcci-on-50th-anniversary-of-test-debut-watch-2384926

वही शनिवार को दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने एक और डेब्यू किया है. उन्होंने आखिरकार इंस्टाग्राम पर अकाउंट बना ही लिया. गावस्कर के बेटे रोहन ने अपने पिता के इंस्टाग्राम पर डेब्यू करने के बारे में ट्वीट किया. पोस्ट में उन्होंने लिखा, "एक और डेब्यू!! लेकिन इस बार इंस्टाग्राम पर"

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सोशल मीडिया पर नया अकाउंट बनाते ही दिग्गज बल्लेबाज ने एक पुरानी तस्वीर साझा की और पोस्ट के कैप्शन में लिखा, "हेल्लो इन्स्टाग्राम, मैं एक और शुरुआत के लिए तैयार हूं"

गावस्कर ने 6 मार्च, 1971 को वेस्ट इंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन, त्रिनिदाद में अपना टेस्ट डेब्यू किया. अपने करियर के दौरान, गावस्कर ने कई बल्लेबाजों के रिकॉर्ड को तोड़ा और खुद को एक बेहतरीन बल्लेबाज के रूप में स्थापित किया.

1970-71 का वेस्टइंडीज दौरा बना ऐतिहासिक

भारत ने 1970-71 क्रिकेट सत्र के दौरान पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिए वेस्टइंडीज का दौरा किया। यह श्रृंखला सबसे यादगार थी क्योंकि भारत ने अजीत वाडेकर की अगुआई में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी पहली टेस्ट श्रृंखला जीती थी. भारत पांच मैचों की श्रृंखला में 1-0 से विजयी हुआ और गावस्कर श्रृंखला में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बनें. ऐतिहासिक श्रृंखला जीत में उन्होंने एक दोहरा शतक समेत कुल चार शतक बनाएं.

अपने करियर में, गावस्कर ने भारत के लिए 125 टेस्ट और 108 वनडे खेले. वह 1983 की विश्व कप जीत और 1985 की क्रिकेट प्रतियोगिता की विश्व चैम्पियनशिप का भी हिस्सा थें

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