क्यों राहुल द्रविड़ को किसी भी कीमत पर टीम इंडिया का कोच बनाना चाहता है BCCI?
कुछ दिनों पहले तक राहुल द्रविड़ का कोच बनने पर दूर-दूर तक हामी नहीं था। लेकिन जब Dravid ने अप्लाई करना का वादा किया तब BCCI ने नये कोच के लिए आवेदन की घोषणा कर दी।
सारे कारनामों के अनुसार संस्था इम्प्लॉई से पहले रजामंदी के बाद इंटरव्यू कर रही है। भारतीय क्रिकेट के इतिहास में दिग्गजों की सूची बनाई जाए तो कोई दूसरा खिलाड़ी द्रविड़ के बराबर जल्द नहीं मिलेगा।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक द्रविड़ को पिछले 6 महीने से लगातार बीसीसीआई द्रविड़ को मनाने में जुटा था कि वो हर हाल में भारतीय क्रिकेट के हेड कोच का पद संभाल ले।
जुलाई में बीसीसीआई बोर्ड ने द्रविड़ को शिखर धवन की अगुवाई वाली टीम का कोच बनाकर श्रीलंका भेजा गया था। तब टीम के प्रत्येक खिलाड़ी ने उस दौरे के बारें में A+ क्या A+100 अंक दिये थे।
भारत के नए खिलाड़ी चाहे वह हार्दिक पांड्या हो या फिर मोहम्मद सिराज, चाहे वो श्रेयस अय्यर हों या फिर पृथ्वी शॉ, चाहे वो मयंक अग्रवाल हों या फिर लोकेश राहुल सारे के सारे राहुल द्रविड़ के मुरीद हैं। लोकेश राहुल के पिता ने तो द्रविड़ के नाम पर उनका नाम तक रख डाला था।
राहुल को क्यों चाहता है बीसीसीआई?
मुख्य सवाल यह उठ रहा है कि बीसीसीआई हर हाल में द्रविड़ को ही अगला कोच क्यों बनाना चाहती है? जबकि बोर्ड के पास बहुत विकल्प है।
सचिन को क्रिकेट का भगवान जरूर कहा जाता है लेकिन द्रविड़ के चाहने वाले सिर्फ और सिर्फ द्रविड़ की ही गुणगान करते हैं। क्रिकेट के इतिहास में आज तक कोई ऐसा पूर्व खिलाड़ी जिसने 10 हजार से ज्यादा रन टेस्ट और वन-डे में बनाये हों और किसी राष्ट्रीय टीम के साथ कोच के तौर पर नहीं जुड़ा है। लेकिन द्रविड़ ने किसी राष्ट्रीय टीम से न जुड़ कर भारत के जूनियर टीम के नेतृत्व को संभाला था।